यूरोपीय संघ द्वारा भारतीय आम के आयात पर लगाए गए प्रतिबंध के मद्देनजर यहां के वैज्ञानिक विशेषज्ञों का एक शिष्टमंडल सितंबर में भारत यात्रा पर आएगा।
इस बात की पुष्टि भारतीय मूल के लेबर पार्टी के सांसद कीथ वाज ने दी, जो बुधवार को ब्रसेल्स की यात्रा पर थे और उन्हों यूरोपीय संघ के कृषि आयुक्त अन्य वरिष्ठ अधिकारियों से मुलाकात की थी।
वाज ब्रिटेन की संसद में इस प्रतिबंध पर हटाने से जुड़े अभियान का नेतृत्व कर रहे हैं। उन्होंने कृषि और व्यापार आयुक्तों का भारत यात्रा करने का सुझाव दिया ताकि भारत सरकार के साथ सीधे इन मामलो पर विचार किया जा सके।
वाज ने एक बयान में कहा, भारत आम उत्पादकों रोजाना नुकसान हो रहा है और कुछ इस अनुचित और अतार्किक प्रतिबंध के कारण दिवालिया हो गए हैं। ब्रिटेन के कारोबारियों को करोड़ों का नुकसान हुआ है। उन्होंने कहा, जरूरत है कि शिष्टमंडल का दौरा सफल रहे और वे पूर्ण रूप से संतुष्ट होकर वापस लौटें ताकि सभी समस्याओं का हल निकाला जा सके। दिसंबर 2015 तक प्रतिबंध बरकरार रखने से यूरोपीय संघ-भारत के आपसी संबंध को अपूरणीय क्षति होगी।