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Mohini Mohan Dutta: कौन हैं ये मिस्‍ट्री मैन, जिनके लिए रतन टाटा वसीयत में छोड़ गए ₹500 करोड़ की संपत्ति

रतन टाटा, अपनी संपत्ति का करीब एक तिहाई हिस्सा इस मिस्ट्री मैन (Mohini Mohan Dutta) के लिए छोड़ गए हैं.
NDTV Profit हिंदीNDTV Profit डेस्क
NDTV Profit हिंदी04:08 PM IST, 07 Feb 2025NDTV Profit हिंदी
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मोहिनी मोहन दत्ता. जमशेदपुर बेस्ड एक एंटरप्रेन्योर, जो स्टैलियन नाम के एक सामान्य ट्रैवल एजेंसी के को-ऑनर रहे, वो अचानक से चर्चा में आ गए हैं. वजह है- टाटा ग्रुप के चेयरमैन रहे दिग्गज बिजनेसमैन रतन टाटा (दिवंगत) की वसीयत, जिसके अनुसार रतन टाटा की संपत्ति का करीब एक तिहाई हिस्सा मोहिनी मोहन दत्ता को मिल सकता है.

उद्योग जगत के रत्‍न कहे जाने वाले रतन टाटा, अपनी संपत्ति का करीब एक तिहाई हिस्सा इस मिस्ट्री मैन (Mohini Mohan Dutta) के लिए छोड़ गए हैं, जिसकी वैल्‍यू करीब 500 करोड़ रुपये है. 9 अक्टूबर, 2024 को रतन टाटा का निधन हो गया था, जिसके बाद से उनकी वसीयत चर्चा का विषय बनी हुई है.

रतन टाटा की वसीयत में मोहिनी मोहन दत्ता के नाम का जिक्र उनके उत्तराधिकारियों के नामों में शामिल है. हालांकि ये रकम प्रोबेट से गुजरने और हाई कोर्ट के प्रमाणित करने के बाद ही उनको दी जाएगी, जिस प्रक्रिया में करीब 6 महीने का समय लग सकता है.

टाटा के करीबी रहे हैं मोहिनी मोहन दत्ता

मोहिनी मोहन दत्ता जमशेदपुर बेस्ड एंटरप्रेन्योर हैं. वो ट्रैवल एजेंसी स्टैलियन के को-ऑनर रहे हैं. हालांकि बाद में वो टाटा सर्विसेज का हिस्सा बन गए. मर्जर से पहले उनके पास स्टैलियन में 80% हिस्सेदारी थी, जबकि टाटा इंडस्ट्रीज के पास बाकी 20% हिस्सेदारी थी.

मोहिनी मोहन दत्ता, रतन टाटा के करीबी रहे हैं. वे टाटा ग्रुप के साथ करीब 6 दशक तक जुड़े रहे हैं. एक रिपोर्ट के मुताबिक, मोहिनी मोहन दत्ता की बेटी भी टाटा ग्रुप के साथ काम कर चुकी हैं. वह साल 2015 तक ताज होटल में और फिर 2024 तक टाटा ट्रस्ट में कार्यरत रहीं.

कब, कहां और कैसे हुई थी टाटा से मुलाकात?

रतन टाटा के अंतिम संस्कार के दौरान मोहिनी मोहन दत्ता ने खुलासा किया था कि वे उनसे पहली बार जमशेदपुर में डीलर्स हॉस्टल में मिले थे. तब वो सिर्फ 24 साल के थे. पिछले दिनों मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा था कि रतन टाटा ने उनकी मदद की और वास्तव में उनको तैयार किया.

दिसंबर 2024 में मुंबई में NCPA में आयोजित रतन टाटा की जयंती समारोह में भी बुलाया गया था. इस कार्यक्रम में टाटा परिवार के सिर्फ करीबी सहयोगी और परिवार के सदस्य ही शामिल हुए थे, जिनमें दत्ता भी शामिल थे.

रतन टाटा की वसीयत में क्या है?

रतन टाटा के निधन के करीब दो हफ्ते बाद उनकी वसीयत को सार्वजनिक किया गया था. टाटा की संपत्ति को उनके भाई, सौतेली बहनों और उनके घरेलू कर्मियों और उनके एग्जीक्यूटिव असिस्टेंट शांतनु नायडू समेत कई लोगें के बीच बांटी गई है. यहां तक कि अपने पालतू डॉग की देखभाल के लिए भी टाटा ने रकम तय कर रखी है. रतन टाटा की संपत्ति में अलीबाग में एक सी-साइड बंगला, जुहू में दो मंजिला घर, 350 करोड़ रुपये से ज्यादा की जमा संपत्ति और टाटा सन्स में हिस्सेदारी शामिल है.

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