अमूल (Amul) के बाद मदर डेयरी (Mother Dairy) ने भी ताजा दूध की कीमतें 2 रुपये/लीटर तक बढ़ा दी है. बढ़ी हुई कीमतें आज यानी सोमवार 3 जून से ही लागू हैं. दिल्ली-NCR के मार्केट में मदर डेयरी की टोन्ड मिल्क 56 रुपये/लीटर, जबकि फुल क्रीम दूध 68 रुपये/लीटर की कीमत पर मिलेगी.
मदर डेयरी से पहले रविवार की देर शाम अमूल दूध की मार्केटिंग करने वाले गुजरात को-ऑपरेटिव मिल्क मार्केटिंग फेडरेशन (GCMMF) ने दूध के दाम बढ़ाने की घोषणा की थी. अब सोमवार को मदर डेयरी ने दूध के दाम बढ़ा दिए हैं.
टोकन मिल्क (Bulk Vended Milk) के एक लीटर की कीमत 52 रुपये से बढ़ा कर 54 रुपये कर दी गई है.
टोन्ड मिल्क की कीमत 54 से बढ़ा कर 56 रुपये/लीटर, जबकि काव मिल्क की कीमत 56 से बढ़ा कर 58 रुपये/लीटर कर दी गई है.
मदर डेयरी की फुल क्रीम दूध के एक लीटर पैकेट की कीमत 66 रुपये से बढ़ा कर 68 रुपये/लीटर कर दी गई है.
बफैलो मिल्क यानी भैंस का दूध 70 रुपये की बजाय अब 72 रुपये में एक लीटर मिलेगा.
डबल टोन्ड मिल्क (Live Lite) के एक लीटर की कीमत भी 48 रुपये से बढ़ा कर 50 रुपये कर दी गई है.
अमूल गोल्ड 500 ML की कीमत 33 रुपये से बढ़ा कर 34 रुपये कर दी गई है, जबकि एक लीटर की कीमत 64 रुपये से बढ़ा कर 66 रुपये कर दी गई है.
इसी तरह अमूल ताजा 500 ML की कीमत 27 से बढ़ा कर 28 रुपये और 1 लीटर की कीमत 54 से बढ़ा कर 56 रुपये कर दी गई है.
अमूल काव मिल्क (Cow Milk) 500 ML की कीमत 28 से बढ़ा कर 29 रुपये और 1 लीटर की कीमत 56 से बढ़ा कर 57 रुपये कर दी गई है.
अमूल बफैलो मिल्क के आधा लीटर पैकेट की कीमत 35 से बढ़ा कर 37 रुपये और 1 लीटर पैकेट की कीमत 70 से 73 रुपये कर दी गई है.
अमूल स्लिम एंड ट्रीम (SNT) 500 ML की कीमत 24 से बढ़ा कर 25 रुपये और 1 लीटर की कीमत 48 से बढ़ा कर 49 रुपये कर दी गई है.
सागर स्किम्ड मिल्क के आधा लीटर और एक लीटर दूध की कीमतों में कोई बदलाव नहीं किया गया है.
GCMMF ने कहा है कि मिल्क प्रोडक्शन कॉस्ट में बढ़ोतरी के चलते दूध की कीमतें बढ़ाई गई हैं. फेडरेशन के मेंबर्स को-ऑपरेटिव्स ने एक साल में किसानों को भी दिए जा रहे मूल्य में 6-8% की बढ़ोतरी की है.
फेडरेशन का कहना है कि अपनी पॉलिसी के तहत दूध और मिल्क प्रॉडक्ट्स के लिए कंज्यूमर्स पेमेंट के 1 रुपये में से करीब 80 पैसे दूध उत्पादकों को जाता है. ऐसे में कीमतों में की गई बढ़ोतरी हमारे दूध उत्पादकों को दूध की कीमतें बनाए रखने और उन्हें अधिक दूध उत्पादन के लिए प्रोत्साहित करने में मदद करेगा.