छत्रपति शिवाजी महाराज इंटरनेशनल एयरपोर्ट (CSMIA) यानी मुंबई एयरपोर्ट (Mumbai Airport) का अंतरराष्ट्रीय कार्गो 2023 की तुलना में 17% बढ़ा है. एयरपोर्ट के कार्गो ऑपरेशन ने अब तक के सबसे अधिक 204 मीट्रिक टन अंतरराष्ट्रीय कार्गो को संभालकर नया मुकाम हासिल किया है. वहीं मंथली पीक 4,102 मीट्रिक टन रहा है. मुंबई एयरपोर्ट को अदाणी एयरपोर्ट होल्डिंग्स ऑपरेट करती है.
मार्च 2024 में, कार्गो ऑपरेशन ने रिकॉर्ड तोड़ 60,659 मीट्रिक टन अंतरराष्ट्रीय कार्गो को संभालकर एक नया रिकॉर्ड स्थापित किया था.
कंपनी ने बताया कि ग्लोबल कनेक्टिविटी को बढ़ाया गया है, जिससे अंतरराष्ट्रीय डेस्टिनेशन की संख्या बढ़कर 687 हो गई है. इस विस्तार में त्रिपोली, खाबरोवस्क, कैलिनिनग्राद, ज़ुकोवस्की, ट्यूमेन, दमिश्क, होनिनबी और चिसीनाउ जैसे नए डेस्टिनेशंस शामिल हैं.
मुंबई एयरपोर्ट पर अंतरराष्ट्रीय कार्गो वॉल्यूम में निर्यात 55% और आयात 45% होता है. इसमें लंदन, फ्रैंकफर्ट, शिकागो, दुबई और एम्स्टर्डम टॉप ग्लोबल डेस्टिनेशन के रूप में उभरे हैं. अंतरराष्ट्रीय मोर्चे पर, फार्मास्यूटिकल्स, कृषि प्रोडक्ट्स और ऑटोमोबाइल प्रोडक्ट्स प्रमुख ड्राइवर के रूप में उभरे हैं. जिसमें फार्मास्यूटिकल्स 24%, कृषि प्रोडक्ट्स 22% और ऑटोमोबाइल प्रोडक्ट्स ने 20% साल-दर-साल ग्रोथ दर्ज की है.
घरेलू मोर्चे पर ऑटोमोबाइल गुड्स में 31% की ग्रोथ के साथ उछाल आया. इसके बाद इंजीनियरिंग गुड्स में 22% और डाकघर मेल में 15% की ग्रोथ हुई है. एयरपोर्ट ने कहा कि त्यौहारी सीजन ने ई-कॉमर्स बूम को और बढ़ा दिया, जिसमें अंतरराष्ट्रीय शिपमेंट में साल-दर-साल 53% की ग्रोथ देखी गई और घरेलू ई-कॉमर्स गुड्स में 11% की ग्रोथ हुई.
कृषि निर्यात भी नई ऊंचाइयों पर पहुंच गया, जिसमें आम का शिपमेंट लगभग 4,700 मीट्रिक टन तक पहुंच गया है.
निर्यात सेक्शन में 10 मीट्रिक टन वजन मापने वाले पैमाने की स्थापना और सुरक्षा और वाहन प्रबंधन प्रणालियों के साथ मुख्य द्वार का नवीनीकरण सहित प्रमुख बुनियादी ढांचे में सुधार हुआ है. फर्म को लगातार छठे वर्ष एयर कार्गो इंडिया में 'कार्गो एयरपोर्ट ऑफ द ईयर अवार्ड' भी मिला है.
फर्म ने इस सफलता का श्रेय एयर कार्गो कम्युनिटी सिस्टम और डी-क्यूब प्लेटफॉर्म जैसी प्रणालियों को दिया, जिससे उसे डिजिटल आयात डिस्ट्रीब्यूशन ऑपरेशन को सुव्यवस्थित करने, कागज के उपयोग को कम करने और ठहरने के समय को कम करने में मदद मिली है.