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Noida International Airport: जेवर एयरपोर्ट से फ्लाइट सर्विस 6 महीने के लिए टली, अब सितंबर 2024 नहीं, अप्रैल 2025 में शुरू होंगी सेवाएं

निर्माण कार्य में देरी होने के चलते जेवर एयरपोर्ट से कमर्शियल फ्लाइट्स की उड़ानों को 6 महीने के लिए आगे बढ़ा दिया गया है.
NDTV Profit हिंदीNDTV Profit डेस्क
NDTV Profit हिंदी05:29 PM IST, 24 Jun 2024NDTV Profit हिंदी
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दिल्‍ली से सटे गौतम बुद्ध नगर के जेवर में निर्माणाधीन नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के शुरू होने में तय तारीख से 6 महीने की देरी हो सकती है. यहां से फ्लाइट सर्विस शुरू होने का इंतजार और बढ़ गया है. जेवर एयरपोर्ट के कमर्शियल ऑपरेशन की तारीख पहले 29 सितंबर 2024 थी, जिसे 6 महीने आगे बढ़ा कर अप्रैल 2025 कर दिया गया है.

समाचार एजेंसी PTI के मुताबिक, सोमवार को हुई मीटिंग में इसकी घोषणा की गई. यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड की ओर से जारी बयान में बताया गया कि जेवर एयरपोर्ट से कमर्शियल फ्लाइट्स की उड़ानों को 6 महीने के लिए आगे बढ़ा दिया गया है. निर्माण कार्य में देरी होने के चलते ऐसा हुआ है.

नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट की खास बातें

  • नोएडा (UP) के जेवर में 1,334 हेक्टेयर में बन रहा है एयरपोर्ट

  • PM मोदी ने नवंबर 2021 में रखी थी एयरपोर्ट की आधारशिला

  • नोएडा एयरपोर्ट की क्षमता 1.2 करोड़ पैसेंजर्स/वर्ष की होगी.

  • ये अपनी तरह का नेट जीरो कार्बन उत्‍सर्जन वाला पहला एयरपोर्ट है.

  • इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट, नई दिल्‍ली से दूरी करीब 72 किमी

  • नोएडा से 52 किलोमीटर और आगरा से 130 किलोमीटर की दूरी

तेजी से हो रहा है निर्माण

एयरपोर्ट का निर्माण कर रही कंपनी ने कहा है कि नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर निर्माण और विकास कार्य एडवांस स्‍टेज में हैं. यहां रनवे, पैसेंजर टर्मिनल और कंट्रोलिंग टॉवर पर तेजी से काम चल रहा है. हाल ही में ग्राउंड हैंडलिंग, कमर्शियल क्षेत्रों के लिए संचालन और महत्वपूर्ण मेंटेनेंस एग्रीमेंट किए गए हैं.

इस एयरपोर्ट को चार चरणों में 5,000 हेक्टेयर से अधिक क्षेत्र में विकसित किया जाना है. UP सरकार की मेगा पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप परियोजना के पूरा होने पर ये देश का सबसे बड़ा हवाई अड्डा बन जाएगा. हले चरण में हवाई अड्डे में एक रनवे के साथ-साथ एक टर्मिनल भवन होगा, जिसकी क्षमता सालाना 1.2 करोड़ यात्रियों को संभालने की होगी.

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