अमेरिका बेस्ड आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कंपनी OpenAI की ChatGPT लगातार सुर्खियों में बनी हुई है. अब कंपनी यूजर्स के लिए 20,000 डॉलर तक का इनाम देने की पेशकश को लेकर चर्चा में है. दुनियाभर में तेजी से पॉपुलर हुए चैटबॉट मॉडल ChatGPT में कमियां बताने वाले यूजर्स को कंपनी यह इनाम देगी.
दरअसल, OpenAI ने ये दावा किया है कि ChatGPT में किसी बग की कोई गुंजाइश नहीं है. लेकिन अगर इसमें कोई Bug मिलता है तो कंपनी ढूंढने वाले को 20 हजार डॉलर यानी 16.40 लाख रुपये तक का भुगतान करेगी.
OpenAI कंपनी को अपने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस सिस्टम ChatGPT में बग खोजने में मदद मिल सके, इसके लिए उसने एक बग बाउंटी प्रोग्राम शुरू किया है. मंगलवार को कंपनी ने एक ब्लॉग पोस्ट में इस बारे में जानकारी दी है. इसके तहत AI चैटबोट का इस्तेमाल करते समय यूजर्स इसकी कमियों, बग या सिक्योरिटी से जुड़े प्रॉब्लम्स की रिपोर्ट कर सकते हैं.
बग बाउंटी जैसे कार्यक्रम टेक इंडस्ट्री में आम बात है. गूगल समेत कई कंपनियां ऐसे प्रोग्राम्स चलाती रहती हैं. अब OpenAI ने भी बग बाउंटी प्लेटफॉर्म Bugcrowd Inc के साथ साझेदारी में इसे रोल आउट किया है.
सैन फ्रांसिस्को स्थित कंपनी ओपनआई के प्रेसिडेंट और को-फाउंडर ग्रेग ब्रॉकमैन ने पिछले दिनों कहा था कि OpenAI काफी समय से इस प्रोग्राम को इंट्रोड्यूस करने पर विचार कर रही थी. अब यह प्रोग्राम सबके लिए ओपन है.
कंपनी Bug की साइज और सीरियसनेस के आधार पर कैश रिवार्ड देगी, जो कि Low-Severity Findings के लिए 200 डॉलर से लेकर Exceptional Discoveries के लिए 20,000 डॉलर तक तय की गई है. कंपनी ने कहा है कि किसी तकनीक में कमजोरियां खोजने के लिए पारदर्शिता और सहयोग (Transparency and Collaboration) बेहद महत्वपूर्ण है और बग बाउंटी प्रोग्राम इसी का हिस्सा है.
गूगल से लेकर तमाम टेक कंपनियां अक्सर इस तरह के प्रोग्राम चलाती हैं, ताकि प्रोग्रामर्स और एथिकल हैकर्स को सॉफ्टवेयर या तकनीक से जुड़े बग्स को रिपोर्ट करने का मौका दिया जाए. यह प्रोग्राम सिस्टम से जुड़ी खामी को खोजने और उसे दूर करने के लिए बड़े काम का साबित होता है.
बग बाउंटी प्लेटफार्म Bugcrowd Inc से जुड़ी जानकारी में सामने आया है कि कंपनी रिसर्चर्स को इनवाइट करना चाह रही है. कंपनी चाहती है कि रिसर्चर ChatGPT के काम करने और थर्ड पार्टी से डाटा शेयरिंग के तरीकों का भी रिव्यू करें.
OpenAI ने साफ किया है कि चैटबॉट मॉडल ChatGPT द्वारा किसी तरह का गलत और गैरकानूनी कंटेंट जेनेरेट करना इस प्रोग्राम का हिस्सा नहीं होगा. जैसा कि जेलब्रेक प्रॉम्प्ट के जरिये हाल ही में 22 वर्षीय हैकर्स एलेक्स अल्बर्ट चर्चा में है.
ChatGPT पहले से ही बैन जैसी चुनौतियां झेल रहा है. इटली में इसके इस्तेमाल पर प्रतिबंध है. प्राइवेसी से जुड़ी जानकारियां उजागर करने के लिए इटली सरकार ने ChatGPT की सेवाओं को बंद कर दिया है.