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IndiGo की बढ़ती बदइंतजामी, मार्केट लीडर होने का नशा या कुछ और?

सोशल मीडिया पर आम से खास तक ने शेयर की आपबीती; कपिल शर्मा, राधिका आप्टे और विवेक अग्निहोत्री भी इंडिगो में बदइंतजामी से जुड़े अनुभव शेयर कर चुके हैं
NDTV Profit हिंदीसुदीप्त शर्मा
NDTV Profit हिंदी07:35 PM IST, 15 Jan 2024NDTV Profit हिंदी
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देश की नंबर 1 एयरलाइंस इंटरग्लोब एविएशन (InterGlobe Aviation) यानी इंडिगो (IndiGo) के खिलाफ सोशल मीडिया पर शिकायतों की झड़ी लगी हुई है. लोगों का गुस्सा कई महीनों से अब पब्लिक प्लेटफॉर्म्स पर आम होने लगा है.

इंडिगो के खिलाफ सोशल मीडिया पर आम से खास तक अपनी आपबीती शेयर कर रहे हैं. EazyDiner और द पोस्टकार्ड होटल के फाउंडर कपिल चोपड़ा समेत कई बिजनेसमैन और एक्सपर्ट्स भी एविएशन संबंधित दिक्कतों पर अपनी राय रख रहे हैं. कपिल शर्मा, राधिका आप्टे और विवेक अग्निहोत्री भी इंडिगो में बदइंतजामी से जुड़े अनुभव शेयर कर चुके हैं.

अब इंडिगो का एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें एक यात्री पायलट पर हमला करते हुए दिख रहा है. दरअसल 13 घंटे देरी से चल रही फ्लाइट में जैसे ही पुराने क्रू की जगह नया पायलट एनाउंसमेंट करने आता है, एक यात्री पायलट को घूसा मारने की कोशिश करते हुए दिखाई देता है. घटना दिल्ली से गोवा जा रही फ्लाइट की है.

यात्री पर तुरंत कार्रवाई होती है, लेकिन घंटों की देरी के लिए क्या एयरलाइंस की कोई जवाबदेही नहीं?

दरअसल फ्लाइट का पुराना स्टॉफ फ्लाइट ड्यूटी टाइम लिमिटेशन (FDTL) पूरा कर चुका था. ऐसे में नियमों के हिसाब से उस स्टॉफ का उड़ान भरना संभव नहीं था. लेकिन एयरलाइन निश्चित समय या यूं कहें कि कम वक्त में भी नया स्टॉफ उपलब्ध नहीं करवा पाई, जिसके चलते 13 घंटे की देरी हो गई.

सोशल मीडिया पर लोग अलग-अलग खेमों में बंटे हुए दिखाई दे रहे हैं. कुछ कह रहे हैं कि 13 घंटे की वेटिंग के बाद किसी का भी पारा सातवें आसमान पर पहुंच सकता है. तो कुछ लोग यात्री की गलती बता रहे हैं.

मामले में यात्री को नो फ्लाई लिस्ट में भी डाल दिया गया है. FIR भी करवाई गई है. लेकिन 13 घंटे की देरी में यात्रियों को कोई राहत नहीं दी गई.

हालांकि सिविल एविएशन मिनिस्ट्री का कहना है कि मौसम के चलते फ्लाइट्स में देरी हो रही है. लेकिन यहां मामला सिर्फ लेट होने का नहीं, एयरलाइंस की लापरवाही का है, जहां वो यात्रियों की उपेक्षा कर रहे हैं.

लेकिन ये पहली बार नहीं है जब इंडिगो की सर्विसेज से यात्रियों को भयंकर परेशानियों का सामना करना पड़ा है. हाल के दिनों में लगातार इंडिगो में सफर करने वालों को 'Suffer' करना पड़ा है.

राधिका आप्टे एरोब्रिज में हुईं लॉक!

एरोब्रिज पर लॉक राधिका आप्टे ने हाल में अपनी आपबीती शेयर की थी. उन्होंने लिखा कि सुबह 8:50 की फ्लाइट में बोर्डिंग के लिए आए यात्रियों को एरोब्रिज पर ही लॉक कर दिया गया. तकरीबन 3 घंटे तक ये यात्री एरोब्रिज पर ही फंसे रहे.

दरअसल यहां भी पुराने क्रू की जगह नए क्रू के आने का इंतजार किया जा रहा था. घंटों तक नया क्रू नहीं आ पाया. एक्ट्रेस ने बताया कि इस दौरान स्टाफ को कोई जानकारी नहीं थी और कई बुजुर्गों और महिलाओं को खाने और टॉयलेट जैसी जरूरतें भी नहीं मिल पाईं.

ऑन-टाइम का दावा अब कितना सही?

कपिल शर्मा अब इंडिगो में नहीं उड़ेंगे!

एक्टर और कॉमेडियन कपिल शर्मा ने भी एक घटना शेयर की थी. कॉमेडी के सुपरस्टॉर कपिल शर्मा ने भी 29 नवंबर को इंडिगो से जुड़े अपने खराब अनुभव को शेयर किया था. कपिल शर्मा ने लिखा, 'डियर इंडिगो, पहले आपने हमें बस में 50 मिनट वेट करवाया और अब आपकी टीम कह रही है कि पायलट ट्रैफिक में फंसा हुआ है. क्या? वाकई में? हमें 8PM पर उड़ान भरनी थी, अब 9:20 हो रहा है, अब भी कॉकपिट में पायलट नहीं पहुंचा. क्या आपको लगता है कि ये 180 लोग इंडिगो में दोबारा उड़ान भरेंगे. कभी नहीं.'

विवेक अग्निहोत्री भी हो चुके हैं इंडिगो से दुखी!

विवेक अग्निहोत्री ने भी इंडिगो पर यात्रियों की परवाह ना करने का आरोप लगाया था. कपिल शर्मा की फ्लाइट से जुड़ी घटना के चंद घंटे पहले कश्मीर फाइल्स के डायरेक्टर विवेक अग्निहोत्री ने भी आपबीती शेयर की थी.

उन्होंने लिखा, '11:10 AM पर एयरक्राफ्ट बोर्डिंग की थी. अब 12:40 PM हो चुका है. अब तक कैप्टन या क्रू की तरफ से एक शब्द नहीं कहा गया है. दुनिया में हर जगह फ्लाइट लेट होती हैं, लेकिन यात्रियों की ऐसी उपेक्षा करने का अनोखा गुण सिर्फ इंडिगो के पास है.' उन्होंने आगे कहा, 'क्या कोई ऐसा तरीका नहीं है जिससे देरी का पता चल सके? आखिर क्यों किसी यात्री को एक AC टनल में परेशान और खोए हुए क्रू के साथ कैद किया जाए.'

तो ये तो हुईं, कुछ ऐसी फ्लाइट्स की कहानी जो मशहूर लोग या कोई बड़ी घटना के चलते जो हाईलाइट हो गईं. उन फ्लाइट्स की तो कोई कहानी ही नहीं है, जिनके किस्से बाहर नहीं आ पाए और आम लोग चुपचाप बर्दाश्त करते चले गए.

यात्रियों की परवाह क्यों नहीं करती इंडिगो?

दुनिया भर में एविएशन इंडस्ट्री अपनी हॉस्पिटैलिटी और बेहतर सर्विसेज के लिए जानी जाती है. लेट होने पर या फ्लाइट कैंसिल होने पर यात्रियों को खाने और होटल में ठहरने जैसी सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाती हैं. उनको दूसरे फ्लाइट ऑप्शंस भी दिए जाते हैं. उन्हें सही समय के बारे में रेगुलर अपडेट भी किया जाता है. ऐसी ही और भी कई चीजें हैं.

सवाल उठता है कि आखिर क्यों इंडिगो यात्रियों की परवाह नहीं करती? क्यों उसका मैनेजमेंट गैर-जवाबदेह और स्टाफ लापरवाह होता जा रहा है? इसका जवाब कंपटीशन और मार्केट डॉमिनेंस में छुपा है. जेट एयरवेज, किंगफिशर एयरलाइंस के बंद होने के बाद से ही इंटरग्लोब एविएशन का मार्केट शेयर लगातार बढ़ा है. लो-कॉस्ट प्राइवेट कैरियर के रूप में इंडिगो ने मार्केट में अपना दबदबा तो बना लिया है लेकिन सर्विसेज भी एकदम लो-स्टैंडर्ड कर दी हैं . एक तरह से आज की तारीख में इंडिगो का एकाधिकार ही हो गया है. इंडिगो के अलावा प्राइवेट एयरलाइंस में गो एयर, स्पाइसजेट और टाटा ग्रुप की एयरलाइंस ही मौजूद हैं.

DGCA के दिसंबर आंकड़ों के मुताबिक इंडिगो के पास 62% से ज्यादा मार्केट शेयर है. ज्यादातर रूट पर एयरलाइन की फ्लाइट्स हैं. कई रूट्स पर तो कंपनी की मोनोपॉली जैसी स्थिति है. मतलब यात्रियों के पास ऑप्शंस ही नहीं हैं. इसी मोनोपॉली या डुओपॉली में शायद छुपी है इंडिगो के परवाह न करने की वजह. देश में अगर उड़ान भरनी है, तो कभी न कभी इंडिगो तो चुनना ही पड़ेगा, और यही बात एयरलाइंस जानती है.

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