बीते कुछ वक्त में कई फिल्मों ने शानदार प्रदर्शन किया है, देश की सबसे बड़ी मल्टीप्लेक्स चेन PVR Inox भी इसका फायदा उठाना चाहती है, इसलिए कंपनी चालू वित्त वर्ष में बिजनेस में विस्तार के लिए कुछ रणनीतिक बदलाव करने जा रही है. इसमें फ्रेंचाइजी ओन्ड-कंपनी ऑपरेटेड मॉडल (FOCO) और कैपेक्स में कटौती जैसे कदम शामिल हैं.
कंपनी के CFO गौरव शर्मा ने एक इंटरव्यू के दौरान NDTV प्रॉफिट को बताया की "हम इस साल पूंजीगत खर्च को लेकर बेहद सतर्क हैं और पिछले साल की तुलना में कम से कम 30% कटौती की योजना बना रहे हैं.”
CFO ने कहा कि इस साल 120 नई स्क्रीन्स जोड़ने का लक्ष्य भी है, जिसके लिए कंपनी ने कैपिटल-लाइट ट्रांसफॉर्मेशन रणनीति अपनाई है. शर्मा के मुताबिक इसमें खर्च का बोझ साझा करने के लिए डेवलपर्स के साथ हाथ मिलाना शामिल है.
उन्होंने कहा कि नई स्क्रीन FOCO यानी Franchise Owned Company Operated मॉडल पर आधारित होंगी, इससे कंपनी का कैपेक्स पिछले साल के मुकाबले कम होगा. अगर ये रणनीति आने वाले कुछ सालों में सफल साबित होती है और रिटर्न मेट्रिक्स में सुधार करती है तो ये एक सकारात्मक विकास होगा.
कंपनी को जून तिमाही में पिछली तिमाही के 82 करोड़ रुपये की तुलना में 179 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ था, जो अनुमान से कहीं ज्यादा था. अब कंपनी सुधार लाने के लिए सफल कंटेंट का फायदा उठा रही हैं. हाल ही में रिलीज हुई फिल्म स्त्री 2 की बॉक्स ऑफिस पर सफलता इसी रणनीति का अहम हिस्सा है.
पहली तिमाही में टिकट की कीमतों में धीमी ग्रोथ पर शर्मा ने कहा कि ये ट्रेंड ब्लॉकबस्टर फिल्मों की कमी के कारण था, हालांकि, अब कुछ मजबूत रिलीज जैसे तेलुगु फिल्म कल्कि 2898 AD और हॉलीवुड फिल्म डेडपूल और वूल्वरिन के साथ कंपनी में एक मजबूत रिकवरी देखने को मिलेगी.
CFO ने इस बात पर जोर दिया की टिकटों पर प्रीमियम मूल्य निर्धारण रणनीति का फायदा उठाया जाएगा और उम्मीद है कि कई भाषाओं में फिल्मों की मजबूत पाइपलाइन की वजह से आई तेजी साल की दूसरी छमाही में भी जारी रहेगी.
पहली तिमाही में कंपनी ने फिल्मों को दोबारा रिलीज करने की रणनीति अपनाई थी जिससे सिनेमाघरों में 12 लाख लोग फिल्में देखने पहुंचे थे.
पासपोर्ट सब्सक्रिप्शन की सफलता पर टिप्पणी करते हुए, शर्मा ने कहा की पासपोर्ट अच्छा प्रदर्शन कर रहा है, हमने अब तक कुल 4 लाख से ज्यादा पासपोर्ट बेचे हैं और इसी रणनीति के साथ इसे भविष्य में भी जारी रखने की योजना है.