कतर इन्वेस्टमेंट अथॉरिटी (QIA) अपनी सब्सिडियरी कंपनी के जरिए रिलायंस रिटेल (Reliance Retail) में 8,278 करोड़ रुपये का निवेश करेगी. रिलायंस इंडस्ट्रीज ने एक्सचेंज फाइलिंग में ये जानकारी दी है. कंपनी ने कहा है कि ये निवेश रिलायंस रिटेल वेंचर्स लिमिटेड (RRVL) में होगा. इस इन्वेस्टमेंट के बदले, RRVL में कतर इन्वेस्टमेंट अथॉरिटी को 0.99% की हिस्सेदारी मिलेगी.
RRVL अपनी कई सब्सिडियरी और सहयोगी कंपनियों के जरिये भारत का सबसे बड़ा रिटेल कारोबार चलाती है. कंपनी के देश भर में 18,500 से भी अधिक स्टोर हैं.
अपने विस्तार के क्रम में RRVL ने 2020 में ग्लोबल प्राइवेट इक्विटी फंड्स से 10.09% हिस्सेदारी के बदले 47,265 करोड़ रुपये जुटाए थे.
RRVL की डायरेक्टर ईशा अंबानी ने कहा कि हम रिलायंस रिटेल वेंचर्स में एक निवेशक के तौर पर QIA का स्वागत करते हैं. हम RRVL को एक विश्वस्तरीय संस्थान बनाने के क्रम में QIA के वैश्विक अनुभव और उसके मजबूत रिकॉर्ड से लाभान्वित होना चाहते हैं.
QIA के CEO मंसूर इब्राहिम अल-महमूद ने कहा कि भारत के तेजी से बढ़ते रिटेल मार्केट में कतर इवेंस्टमेंट अथॉरिटी, कंपनी को सहयोग देने के लिए समर्पित है.
2020 में, रिलायंस रिटेल वेंचर्स लिमिटेड ने10.09 % हिस्सेदारी के लिए ग्लोबल प्राइवेट इक्विटी फंड्स से 47,265 करोड़ रुपये (लगभग 6.4 बिलियन डॉलर) जुटाए थे, जो 4.2 लाख करोड़ रुपये के वैल्यूएशन पर आए थे.
उस दौरान कंपनी ने सिल्वर लेक, KKR, मुबाडाला, अबू धाबी इन्वेस्टमेंट अथॉरिटी, GIC, TPG, जनरल अटलांटिक और सऊदी के पब्लिक इन्वेस्टमेंट फंड से लगभग 57 बिलियन डॉलर या 4.56 लाख करोड़ रुपये के वैल्यूएशन पर फंड जुटाया था.
तीन साल बाद अब 2023 में QIA का इन्वेस्टमेंट, 8.27 लाख करोड़ रुपये (करीब 100 बिलियन डॉलर) के प्री-मनी इक्विटी वैल्यूएशन पर आया है. इसका मतलब ये है कि केवल तीन वर्षों में रिलायंस रिटेल का वैल्यूएशन दोगुना हो गया है.