Rakesh Jhunjhunwala Birth Anniversary: 'राकेश झुनझुनवाला ने अस्थिरता के बावजूद मार्केट में निवेश बनाए रखने का महत्व सिखाया. भारत की ग्रोथ स्टोरी में उनका अटूट विश्वास था.' भारतीय शेयर बाजार के बिग बुल कहे जाने वाले झुनझुनवाला के बारे में ये कहना है, दिग्गज निवेशक रमेश दमानी का.
राकेश झुनझुनवाला की बर्थ एनिवर्सिरी पर उन्हें याद करते हुए रमेश दमानी ने कहा, 'भारत में उनका ये अनूठा और अटूट विश्वास था. इसी विश्वास ने शेयर मार्केट में उनके 30 साल के करियर को आकार दिया.'
दमानी ने कहा, 'चाहे बाजार में गिरावट हो या उतार-चढ़ाव, वे लगातार तेजी के मूड में रहे.' उन्होंने कहा कि झुनझुनवाला भारतीय प्रमोटरों और कंपनियों का समर्थन करने के महत्व पर जोर देते थे और उनमें निवेश पर तुरंत निर्णय लेने की एक अनूठी क्षमता थी, अक्सर 30 मिनट के भीतर वो ऐसा करते थे. वे बोले- 'राकेश बहुत तेज गति से सीखते थे, अगर उन्हें कंपनी पसंद आती थी, तो वे 30 मिनट में डील डन कर सकते थे.'
दमानी ने कहा, 'उन्होंने बहुत सारे व्यवसाय मॉडल, कंपनियों का अध्ययन किया, और इसलिए जब कोई प्रोमोटर उनके पास कोई डील लेकर आता था, तो वो उनके लिए नया नहीं होता था.' उन्होंने कहा, 'पैसे लगाने और प्रोमोटरों पर दांव लगाने के बारे में राकेश झुनझुनवाला बिल्कुल सही साबित हुए, क्योंकि उनमें से कुछ (प्रोमोटर्स) ने बिल्कुल असाधारण कंपनियां बनाई.
रमेश दमानी ने कहा, 'राकेश झुनझुनवाला पूंजी पर रिटर्न, अच्छे कॉर्पोरेट गवर्नेंस और फ्री कैश फ्लो को महत्व देते थे. लेकिन जिस बात ने मुझे हैरान किया, वो ये कि वे हमेशा पैसे लगाने के लिए तैयार रहते थे. उन्हें कभी नुकसान का डर नहीं था.'
5 जुलाई 1960 को एक मिडिल क्लास में राकेश झुनझुनवाला का जन्म हुआ था, जबकि अगस्त 2022 में 62 वर्ष की आयु में कार्डियक अरेस्ट के चलते उनका निधन हो गया. वे आज भी करोड़ों निवेशकों, प्रमोटर्स और बिजनेसमैन के लिए प्रेरणास्रोत हैं.