ADVERTISEMENT

लाइफस्टाइल बिजनेस को डीमर्ज कर 'कर्जमुक्त' होगी रेमंड, 2825 करोड़ में गोदरेज खरीदेगी कंज्यूमर केयर बिजनेस

डीमर्जर के बाद यानी अलग-अलग होने के बाद रेमंड लिमिटेड और रेमंड लाइफस्टाइल बिजनेस ग्रुप की दो लिस्टेंड कंपनियां होंगी.
NDTV Profit हिंदीNDTV Profit डेस्क
NDTV Profit हिंदी06:39 PM IST, 27 Apr 2023NDTV Profit हिंदी
NDTV Profit हिंदी
NDTV Profit हिंदी
Follow us on Google NewsNDTV Profit हिंदीNDTV Profit हिंदीNDTV Profit हिंदीNDTV Profit हिंदीNDTV Profit हिंदीNDTV Profit हिंदीNDTV Profit हिंदीNDTV Profit हिंदीNDTV Profit हिंदीNDTV Profit हिंदी

रियल एस्टेट और टेक्सटाइल कंपनी रेमंड लिमिटेड ने अपने लाइफस्टाइल बिजनेस को रेमंड कंज्यूमर केयर लिमिटेड (RCCL) से अलग करने का ऐलान किया है. इसको बाद में अलग से लिस्ट कराया जाएगा, जिसका फोकस पूरी तरह से B2C लाइफस्टाइल बिजनेस पर होगा, जिससे इसको पूरी तरह से कर्जमुक्त कंपनी का दर्ज मिल जाएगा.

डीमर्जर के बाद दो लिस्टेड कंपनियां होंगी

RCCL मुख्य रूप से प्रमोटर कंपनी और रेमंड लिमिटेड के स्वामित्व में है, कंपनी का कहना है कि FMCG बिजनेस की बिक्री के बाद प्रमोटर इस लेनदेन से हुई पूरी कमाई को लाइफस्टाइल बिजनेस में लगाएंगे. डीमर्जर के बाद यानी अलग होने के बाद रेमंड लिमिटेड और रेमंड लाइफस्टाइल बिजनेस ग्रुप की दो लिस्टेंड कंपनियां होंगी.

चीफ फाइनेंशियल ऑफिसर (CFO) अमित अग्रवाल का कहना है कि 'रेमंड लिमिटेड से लाइफस्टाइल बिजनेस को डीमर्ज करने के कदम से बिजनेस शुद्ध रूप से कर्जमुक्त हो जाएगा और एक स्वतंत्र रूप से लिस्टेड कंपनी बन जाएगी. लाइफस्टाइल बिजनेस के डीमर्जर के बाद, रेमंड लिमिटेड मुख्य रूप से इंजीनियरिंग और डेनिम बिजनेस में निवेश के साथ एक लिस्टेड रियल एस्टेट कंपनी होगी.'

गोदरंज कंज्यूमर को 2,825 करोड़ में बेचा

रेमंड कंज्यूमर केयर लिमिटेड (RCCL) डिओडरेंट और सेक्सुअल वेलनेस कैटेगरी में एक बड़ा खिलाड़ी है. FMCG बिजनेस को गोदरेज को बेचा जा रहा है, जिसमें ट्रेडमार्क पार्क एवेन्यू, KS, कामसूत्र और प्रीमियम भी शामिल हैं. गोदरेज को ये कंज्यूमर केयर बिजनेस 2,825 करोड़ रुपये में बेचा जा रहा है.

RCCL अपनी कंडोम मैन्युफैक्चरिंग फैसिलिटी को अपने पास ही रखेगी और घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय दोनों बाजारों के लिए औरंगाबाद, महाराष्ट्र में कॉन्ट्रैक्ट मैन्युफैक्चरिंग को जारी रखेगी.

'कर्जमुक्त बनने पर पूरा फोकस'

दिसंबर 2022 तक रेमंड का का कंसोलिडेटेड ग्रॉस डेट 2,022 करोड़ रुपये था, जबकि नेट डेट 932 करोड़ रुपये था. मैनेजमेंट का कहना है कि उसका पूरा ध्यान कर्जमुक्त होने पर है और कंज्यूमर केयर बिजनेस को बेचने के साथ साथ डीमर्जर से उसे लक्ष्य हासिल करने में मदद मिलेगी और कंपनी की ग्रोथ की संभावनाएं भी मजबूत होंगी.

लाइफस्टाइल बिजनेस में क्या क्या शामिल है, एक नजर इस पर भी डाल लेते हैं. इसमें मैन्युफैक्चरिंग प्लांट्स के साथ सूटिंग बिजनेस, B2C शर्टिंग और मार्केट-टू-मार्केट बिजनेस, ब्रैंडेड अपैरल जिसमें उसकी कुछ ब्रैंड पोर्टफोलियो और सब्सिडियरीज हैं, मैन्युफैक्चरिंग फैसिलिटीज के साथ गारमेंटिंग बिजनेस और मैन्युफैक्चरिंग प्लांट्स के साथ B2B शर्टिंग बिजनेस शामिल हैं. ये सभी अब RCCL से डीमर्ज हो जाएंगे.

गौतम सिंघानिया ने क्या कहा

रेमंड के चेयरपर्सन और मैनेजिंग डायरेक्टर गौतम हरि सिंघानिया ने कहा, 'शेयरहोल्डर वैल्यू बनाने की हमारी प्रतिबद्धता के मुताबिक, हमने अपने लाइफस्टाइल बिजनेस को अलग करके एक सकारात्मक कदम उठाया है, जो नेट जीरो कर्ज के साथ एक अलग लिस्टेड कंपनी बनेगी.'

सिंघानिया ने कहा, 'रेमंड ग्रुप में रियल्टी कारोबार भी रेमंड लिमिटेड के जरिए एक लिस्टेड कंपनी होगी. प्रमोटर के स्तर पर हम प्रतिबद्ध हैं और असेट्स के मॉनेटाइजेशन से मिले पैसों का निवेश करके इसे दर्शाया भी गया है.'

NDTV Profit हिंदी
फॉलो करें
ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT