ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक (Rishi Sunak) की पत्नी अक्षता मूर्ति (Akshata Murthy) ने अपनी इन्वेस्टमेंट कंपनी कैटामरान वेंचर्स (Catamaran Ventures UK Ltd) को लिक्विडेट करने का फैसला किया है.
समाचार एजेंसी PTI ने कंपनी की ऑफिशियल फाइलिंग के हवाले से ये खबर दी है. कंपनी के दिसंबर 2022 में खत्म हुए वर्ष से जुड़े फाइनेंशियल डॉक्यूमेंट बुधवार को सार्वजनिक हुए हैं.
भारतीय IT कंपनी इंफोसिस (Infosys) के को-फाउंडर नारायण मूर्ति और सुधा मूर्ति की बेटी अक्षता ने 10 साल पहले 2013 में पति ऋषि सुनक के साथ मिलकर ये वेंचर शुरू किया था. हालांकि, सुनक ने राजनीति में आने के बाद वर्ष 2015 में कैटामरान वेंचर्स के डायरेक्टर पद से इस्तीफा दे दिया था.
दिसंबर 2022 को खत्म हुए वर्ष के लिए कंपनी के फाइनेंशियल स्टेटमेंट के अनुसार, कैटामरान वेंचर्स की एकमात्र डायरेक्टर अक्षता ने अब एक चालू कंपनी के रूप में अपनी फर्म को बंद करने का फैसला किया है. इस फाइनेंशियल स्टेटमेंट के मुताबिक, 'डायरेक्टर ने कंपनी के लिक्विडेशन का फैसला किया है.' फाइनेंशियल स्टेटमेंट को मौजूदा आधार से अलग पैमाने पर तैयार किया गया है.
एक साल की रिपोर्ट के मुताबिक, इस साल की शुरुआत में कैटामरान वेंचर्स की वैल्यू 59 करोड़ पाउंड यानी करीब 6,000 करोड़ रुपये थी. ये इन्वेस्टमेंट फर्म 1 बिलियन अमेरिकी डॉलर की संपत्ति को हैंडल करती है, जिसकी रुपये में वैल्यू करीब 8,320 करोड़ से ज्यादा है.
रिपोर्ट के अनुसार, 2022 में कंपनी के निवेश की वैल्यू 38 लाख पाउंड से थोड़ी अधिक रही, जो 2021 के 35 लाख पाउंड से ज्यादा है. अक्षता मूर्ति का बकाया 46 लाख पाउंड से अधिक बताया गया.
अक्षता के पास इंफोसिस में 0.91% हिस्सेदारी है, जिसके लिए हर साल डिविडेंड के तौर पर उन्हें अच्छी-खासी रकम मिलती है. इसे निवेश करने के लिए उन्होंने कैटामरान वेंचर्स की स्थापना की थी.
कैटामरान वेंचर्स के सभी निवेश सफल नहीं रहे हैं. ‘द टाइम्स’ के एनालिसिस के अनुसार, कैटामरान- समर्थित एड-टेक स्टार्टअप 'मिसेज वर्डस्मिथ' ब्रिटिश सरकार की फ्यूचर फंड नाम की पैंडेमिक हेल्प स्कीम से 6.5 लाख पाउंड पाने के 6 महीने से भी कम समय में बंद हो गई थी.
कैटामरान के सपोर्ट वाली फर्नीचर कंपनी न्यू क्राफ्ट्समैन को भी पैंडेमिक हेल्प फंड से फायदा हुआ था. कंपनी की हिस्सेदारी वाली एक दूसरी एड-टेक फर्म को पिछले साल सरकारी 'इनोवेट UK' से 3.50 लाख पाउंड का ग्रांट मिलने पर विपक्षी दल लेबर पार्टी ने सवाल उठाए थे.
इसके अलावा बच्चों की देखभाल से जुड़ी कोरू किड्स में भी अक्षता मूर्ति का निवेश होने और इसके ब्रिटिश सरकार की बजट स्कीम से लाभान्वित होने की बात सामने आने पर भी विवाद हुआ था.
सुनक दंपती की नेटवर्थ करीब 800 मिलियन डॉलर यानी 6,733 करोड़ रुपये की बताई जाती है. अक्षता की नेट वर्थ ऋषि सुनक से ज्यादा है. फोर्ब्स के अनुसार, अक्षता मूर्ति की नेटवर्थ 5,943 करोड़ रुपये के करीब है.