फास्ट मूविंग कंज्यूमर गुड्स (FMCG) इंडस्ट्री की वॉल्यूम ग्रोथ में दिसंबर तिमाही में गिरावट देखने को मिली. नीलसन कंज्यूमर LLC ने मंगलवार को कहा कि ग्रामीण (Rural Areas) और शहरी क्षेत्रों के बीच अंतर घटा है. मार्केट रिसर्चर की ओर से जारी ताजा रिपोर्ट के मुताबिक अक्टूबर-दिसंबर अवधि में वॉल्यूम 6.4% बढ़ी. मार्केट रिसर्चर की ओर से जारी डेटा के मुताबिक इससे पिछली तिमाही में 8.6% की ग्रोथ रही थी.
नीलसन IQ ने कहा कि ग्रामीण बाजार में Q3 में 5.8% की ग्रोथ देखी गई है. इसकी तुलना में शहरी क्षेत्रों में 6.8% की ग्रोथ रही. उसके मुताबिक ग्रामीण बाजार में ग्रोथ के पीछे वजह बिस्किट, नूडल्स जैसी खाने की चीजों और जरूरी होम प्रोडक्ट्स हैं.
नीलसन IQ इंडिया के हेड ऑफ कस्टमर सक्सेस रोजवेल्ट डीसूजा के मुताबिक ये कैटेगरी कीमतों में फ्लैट या नेगेटिव ग्रोथ के बावजूद आगे बढ़ी हैं जो मजबूती और बेहतर डिमांड दिखाता है. उन्होंने आगे कहा कि 2023 में पहली बार शहरी और ग्रामीण बाजारों में खपत के बीच अंतर घट रहा है. उनके मुताबिक देश के उत्तरी और पश्चिमी भाग इसमें योगदान दे रहे हैं.
उसे उम्मीद है कि FMCG सेक्टर में 2024 में 4.5–6.5% की ग्रोथ होगी. इसके पीछे वजह है कि केंद्र सरकार ने ग्रामीण बाजार में बड़ी मौजूदगी वाली कंपनियों को समर्थन देने के लिए कदम उठाए हैं.
कंपनियां कमजोर बिक्री की मुश्किल से जूझ रही हैं. क्योंकि बढ़ती कीमतों के बीच लोगों ने कम खर्च किया है. जिन ज्यादातर कंपनियों ने अब तक अपने तिमाही नतीजे जारी किए हैं उनकी दिसंबर तिमाही में वॉल्यूम ग्रोथ सिंगल डिजिट में रही है. हालांकि डाबर इंडिया एकमात्र कंपनी है जिसकी ग्रामीण क्षेत्र में बिक्री शहरी इलाकों से बेहचर रही है.