कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट और रुपये में सुधार से बुधवार को बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स 187 अंक सुधरकर 34,000 अंक के स्तर को पार कर गया. इससे पिछले चार सत्रों में सेंसेक्स में लगातार गिरावट आई थी. नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 78 अंक बढ़कर 10,200 अंक के स्तर के ऊपर बंद हुआ. ब्रोकरों ने कहा कि पिछले कुछ सत्रों के दौरान मंदड़िये बढ़चढ़कर बिकवाली सौदे कर रहे थे. वहीं उन्होंने अक्टूबर महीने के डेरिवेटिव अनुबंधों के निपटान से पहले सौदा पूरा की लिवाली की, जिससे बाजार की धारणा मजबूत हुई. बैंकिंग और वित्तीय सेवा कंपनियों के शेयरों में लाभ से बाजार बढ़त में रहे. हालांकि, आईटी और फार्मा कंपनियों के शेयरों में नुकसान से यह लाभ सिमट गया.
सेंसेक्स की कंपनियों में भारती एयरटेल का शेयर सबसे अधिक 10.79 प्रतिशत लाभ में रहा. वारबर्ग पिन्कस, टेमासेक, सिंगटेल और सॉफ्टबैंक सहित छह वैश्विक निवेशकों ने एयरटेल अफ्रीका में सवा अरब डॉलर के निवेश की सहमति दी है. इससे कंपनी का शेयर चढ़ गया. अंतर बैंक विदेशी विनिमय बाजार में बुधवार को कारोबार के दौरान रुपया 42 पैसे मजबूत होकर 73.15 प्रति डॉलर पर चल रहा था. बाजार में बिकवाली और लिवाली के बीच सेंसेक्स करीब 575 अंक ऊपर नीचे हुआ.
बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स मजबूत रुख के साथ खुलने के बाद 34,000 अंक के स्तर को पार कर 34,300.97 अंक पर पहुंच गया. कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट तथा रुपये में सुधार के बीच सकारात्मक एशियाई रुख से बाजार में तेजी आई. हालांकि, निवेशकों की अचानक की गई, बिकवाली से सेंसेक्स नकारात्मक दायरे में आ गया और इसने 33,726.07 अंक का निचला स्तर भी छुआ. अंत में सेंसेक्स 186.73 अंक या 0.55 प्रतिशत के लाभ से 34,033.96 अंक पर बंद हुआ. इससे पिछले चार सत्रों में सेंसेक्स 1,315 अंक टूटा था. निफ्टी भी 77.95 अंक या 0.77 प्रतिशत की बढ़त के साथ 10,224.75 अंक पर बंद हुआ.