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हिंडनबर्ग के आरोपों पर राजनीतिक जगत की कड़ी प्रतिक्रिया, पूर्व केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर बोले- 'भारत को आर्थिक अस्थिरता की ओर ढकेलने की कोशिश'

सात समंदर पार की ताकतों के साथ मिलकर भारत में अराजकता फैलाने की कोशिश में विपक्ष भी साथ है: सुधांशु त्रिवेदी
NDTV Profit हिंदीNDTV Profit डेस्क
NDTV Profit हिंदी02:10 PM IST, 11 Aug 2024NDTV Profit हिंदी
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SEBI के बहाने भारतीय इंस्टीट्यूशंस पर लगाए गए शॉर्ट सेलर हिंडनबर्ग के नए आरोपों पर राजनीतिक जगत ने कड़ा ऐतराज जताया है. पूर्व केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रेशखर ने इन आरोपों को भारत में अराजकता फैलाने की कोशिश बताया है. जबकि सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि भारत में आर्थिक अस्थिरता फैलाने की कोशिश में विपक्ष साझेदार है.

दूसरी तरफ कांग्रेस, आम आदमी पार्टी, CPI जैसी विपक्षी पार्टियां हिंडनबर्ग के सुर में सुर मिला रही हैं. जबकि अदाणी ग्रुप के मुताबिक, हिंडनबर्ग ने पब्लिक में पहले से मौजूद तथ्यों को तोड़मरोड़कर और SC से खारिज आरोपों की रीसाइक्लिंग कर अपने मनमाने नतीजे पर पहुंचने की कोशिश की है.

ध्यान रहे भारतीय बाजार को अस्थिर कर मुनाफा कमाने की कोशिश सबके सामने बेनकाब हो चुकी है. इस संबंध में SEBI ने शॉर्ट सेलर को अपनी जांच के तहत नोटिस भी भेजा था. लेकिन अब 'चोरी, ऊपर से सीनाजोरी' की कोशिश में हिंडनबर्ग ने 'भानुमति का कुनबा जोड़ने' की कोशिश में मनगढंत तरीके से तथ्यों जोड़कर SEBI चीफ माधबी पुरी बुच पर अनाप-शनाप आरोप लगाए हैं. माधबी पुरी बुच ने साफ कहा है कि नोटिस के चलते ये उनके चरित्र हनन की कोशिश है. जबकि सभी जानकारी पहले ही जरूरी जगह दी चुकी थीं.

भारत में अराजकता फैलाने की कोशिश: राजीव चंद्रशेखर

राजीव चंद्रशेखर ने लिखा, 'एक बात साफ है कि एक विदेशी 'हिंडनबर्ग' का ये @SEBI_India पर हमला है. इसमें कांग्रेस गलत उद्देश्य और लक्ष्यों के साथ एक साझेदार है. ये दुनिया के सबसे मजबूत फाइनेंशियल सिस्टम में से एक को बदनाम और अस्थिर करना चाहता है. साथ ही ये दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था यानी भारत में अराजकता भी पैदा करना चाहता है.'

उन्होंने आगे कहा, 'मैंने ये पूरी "रिपोर्ट" पढ़ी है. इसमें सिर्फ धुंआ है. ये कांग्रेस शैली में रचा गया झूठ है, जिसे कुछ तथ्यों को एक साथ जोड़ दिया गया है और जिसका मकसद रेगुलेटर को बदनाम करना और बाजार में अराजकता पैदा करना है, जिससे निवेशकों को नुकसान हो. ये बाजार में तेजी को ठंडा करना चाहता है.'

विवादित मुद्दों में देश को उलझाने की कोशिश: ज्योतिरादित्य सिंधिया

विपक्ष द्वारा हिंडनबर्ग के बेबुनियाद आरोपों को तूल देने पर केंद्रीय संचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा, 'कांग्रेस का सिर्फ अराजकता फैलाने और देश को विवादित मामलों में उलझाने का एक ही काम रहा है. PM और BJP कार्यकर्ता मशाल लेकर देश को विकास के मार्ग पर चला रहे हैं, लेकिन कांग्रेस अब भी अपनी पुरानी पद्धति पर चल रही है.'

आर्थिक अस्थिरता फैलाने की कोशिश में विपक्ष भी शामिल: सुधांशु त्रिवेदी

BJP नेता सुधांशु त्रिवेदी ने इस मुद्दे पर कहा, 'भारत की जांच एजेंसियों के दायरे में आई हिंडनबर्ग द्वारा रिपोर्ट आना, विदेशी आवाजों के साथ विपक्ष का ताल लगाना, उसका संसद सत्र के साथ संबंध बनाना, ये साजिश साफ दिखती है कि वे भारत के अंदर अराजकता, आर्थिक अस्थिरता पैदा करना चाहते हैं.'

उन्होंने आगे कहा, 'भारत में संसद सत्र से पहले या उसके दौरान ही कोई चीज आती है. इस तरह की चीजें संसद सत्र के दौरान क्यों आथी हैं. कांग्रेस और विपक्ष के नेताओं को इस रिपोर्ट के आने के बारे में पहले से पता था. सात समंदर पार ऐसी शक्तियां हैं, जॉन सोरोस ने पहले ही कहा है कि उन्होंने मोदी को हटाने के लिए एक ट्रिलियन डॉलर रखा है, इससे ये संदेश बहुत साफ हो जाता है कि विपक्ष देश में अस्थिरता-अराजकता पैदा करना चाहता है.'

रिपोर्ट में अदाणी ग्रुप के खिलाफ कुछ भी नया नहीं: महेश जेठमलानी

हिंडनबर्ग की नई रिपोर्ट में अदाणी ग्रुप के खिलाफ कुछ भी नया नहीं है. अब निशाना SEBI चेयरपर्सन माधबी पुरी बुच हैं. रेगुलेटर ने अपने अधिकारों के मुताबिक ही हिंडनबर्ग को अदाणी शॉर्ट सेल से जुड़ा नोटिस भेजा था. इनका जवाब देने के बजाए शॉर्ट सेलर ने हितों के टकराव के आधार पर SEBI चीफ पर हमला करने का विकल्प चुना (बुच द्वारा जो विस्तृत स्टेटमेंट जारी किया गया है, उसके आधार पर प्राथमिक तौक पर ये आरोप बेबुनियाद लगते हैं).

उन्होंने आगे कहा, 'अब तस्वीर ये बन रही है कि भारत के आम निवेशक की कीमत पर लाखों डॉलर्स कमाने वाला मुनाफाखोर अब उन सवालों से बच रहा है, जो भारतीय रेगुलेटर ने पूछे हैं और उल्टे रेगुलेटर पर ही आरोप लगा रहा है. वक्त आ गया है कि भारत सरकार देश में मौजूद एंटी नेशनल्स के खिलाफ गंभीर ध्यान दे, जिनका एकमात्रा उद्देश्य भारत के सामाजिक तानेबाने को छिन्न-भिन्न करना, इसकी कानून व्यवस्था को तोड़ना-मरोड़ना और भारत की अर्थव्यवस्था को ध्वस्त करना है.'

आर्थिक अराजकता फैलाने की कोशिश: शहजाद पूनावाला

BJP नेता ने हिंडनबर्ग रिपोर्ट पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा, 'ये आर्थिक अराजकता फैलाने वाला कदम है, जो किसी कंपनी या व्यक्ति के खिलाफ नहीं, बल्कि पूरे भारतीय वित्तीय सिस्टम के खिलाफ है. ये कदम उस शॉर्ट सेलर ने उठाया है जो फेक रिपोर्ट्स के आधार पर बाजार की उथल-पुथल का फायदा उठाकर मुनाफा बनाता है.'

(इस खबर को नए इनपुट आने पर अपडेट किया जाएगा)

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