इंफोसिस (Infosys) में सिस्टम्स इंजीनियर सिद्धार्थ* को तीन साल के अनुभव के बावजूद महज 30,000 रुपये महीने की सैलरी मिलती है. वो कहते हैं, 'मेरी सैलरी में जो बढ़ोतरी हुई है, वो महंगाई दर से भी कम है.' उन्होंने बताया कि 'ओवरएचीवर' रेटिंग मिलने के बावजूद उन्हें केवल 4-5% की सैलरी हाइक मिली है और कोई प्रोमोशन नहीं मिला है.
NDTV Profit से बात करने वाले देश की शीर्ष IT कंपनियों के कई कर्मचारी सिद्धार्थ की समस्या से सहमत हैं. IT इंडस्ट्री, जो देश में सबसे बड़ा व्हाइट कॉलर जॉब प्रदाता है और पारंपरिक रूप से सबसे अधिक मांग वाला क्षेत्र रहा है, पिछले कुछ समय से व्यवसायिक विकास में मंदी के कारण प्रतिस्पर्धी वेतन वृद्धि (Competitive Salary Hike) नहीं दे पा रहा है.
मार्केट इंटेलिजेंस फर्म UnearthInsight के डेटा के अनुसार, FY21 के बाद से टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS), इन्फोसिस, HCL टेक और विप्रो जैसी शीर्ष IT कंपनियों द्वारा दी जाने वाली वार्षिक वेतन वृद्धि (Annual Salary Hike) सिंगल डिजिट (Maximum 9%) में ही रही है और कोविड के बाद ये और भी कम हो गई है.
रिपोर्ट्स के मुताबिक, TCS इस साल 4-8% की रेंज में एनुअल सैलरी हाइक देगी, जो हर साल 8% की उसकी सामान्य वृद्धि दर से कम है. इसी तरह, इंफोसिस भी भारतीय कर्मचारियों को 6-8% की सैलरी हाइक देगी, जबकि विदेशी कर्मचारियों को और भी कम हाइक मिलेगी.
प्रशांत*, एक अन्य IT कर्मचारी, ने कहा, 'पिछले दो सालों में केवल मेरे खर्चे बढ़े हैं, किराया, कार मेंटेनेंस, मेडिकल बिल और बाकी सब कुछ, लेकिन मेरी सैलरी लगभग वही है. अगर मैं बेहतर वेतन के लिए कंपनी बदलना चाहूं भी, तो मुझे अपने डोमेन में अच्छी भूमिका नहीं मिल रही है.'
सीनियर ग्रेड के कर्मचारी भी विकास के अवसरों को लेकर संघर्ष कर रहे हैं. हाल ही में, TCS ने अपने वरिष्ठ कर्मचारियों का वेरिएबल पे कम से कम दो तिमाहियों के लिए काट दिया, जिससे अनुभवी IT पेशेवरों के लिए भी विकास के अवसर सीमित हो गए हैं.
TCS के एक सहयोगी सलाहकार ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि ये कटौती उन कर्मचारियों के लिए है जो पूरी तरह से कॉर्पोरेट निर्देशों का पालन कर रहे हैं, जैसे ऑफिस आना, 100% लर्निंग और सर्टिफिकेशन पूरा करना और लगातार प्रोजेक्ट्स पर काम करना.
उन्होंने कहा कि जो कर्मचारी इनमें से किसी भी शर्त का पालन नहीं कर रहे हैं, उनकी सैलरी में और अधिक कटौती की जा रही है. ये परिस्थितियां दिखाती हैं कि IT सेक्टर में कर्मचारियों को सैलरी हाइक और करियर ग्रोथ के मामले में कई चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है.
( *प्रोफेशनल्स की रिक्वेस्ट पर उनके नाम बदल दिए गए हैं.)