अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने मंगलवार को कहा कि वो ऑटोमोबाइल पर 25% के आस-पास टैरिफ लगाने वाले हैं और साथ ही सेमीकंडक्टर और दवाओं के आयात पर भी इसी तरह के आयात शुल्क लगाएंगे.
डॉनल्ड ट्रंप ने ये स्पष्ट नहीं किया है कि टैरिफ कब लगाए जाएंगे. उन्होंने कहा कि दवा और चिप निर्माताओं को अमेरिका में कारखाने स्थापित करने के लिए कुछ समय देना चाहते हैं. बता दें इससे पहले ट्रंप ने स्टील और एल्युमीनियम पर 25% टैरिफ लगाने की घोषणा की थी, जो मार्च से लागू हो जाएगा.
न्यूज एजेंसी ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट के मुताबिक, ट्रंप ने दवाओं और सेमीकंडक्टर चिप्स पर कहा कि टैरिफ 25% और उससे ज्यादा होगा और ये एक साल के दौरान काफी बढ़ जाएगा. उन्होंने कहा कि वो नए इंपोर्ट ड्यूटी की घोषणा करने से पहले कंपनियों को अमेरिका आने का समय देना चाहते हैं.
ट्रंप ने ये स्पष्ट नहीं किया कि क्या ये उपाय स्पेसिफिक देशों को टारगेट करेंगे या अमेरिका में आयात किए जाने वाले सभी वाहनों पर लागू होंगे. ये भी स्पष्ट नहीं है कि कनाडा और मैक्सिको के साथ फ्री ट्रेड एग्रीमेंट के तहत बनाई गई कारों को इंडस्ट्री स्पेसिफिक ड्यूटी से छूट दी जाएगी.
ऑटोमोबाइल पर नए चार्ज से इंडस्ट्री पर व्यापक प्रभाव पड़ेगा. पिछले साल अमेरिका में लाई गई लगभग 8 मिलियन यात्री कारें और हल्के ट्रक अमेरिका में वाहनों की बिक्री का लगभग आधा हिस्सा थे. वोक्सवैगन AG सहित यूरोपीय कार निर्माता और हुंडई मोटर कंपनी सहित एशियाई कंपनियां सबसे अधिक प्रभावित होंगी.
मलेशिया सेमीकंडक्टर का छठा सबसे बड़ा निर्यातक है और उसने 2024 में रिकॉर्ड 601 बिलियन रिंगिट ($136 बिलियन) सेमीकंडक्टर निर्यात किए. ट्रंप की घोषणा सिंगापुर के प्रधानमंत्री लॉरेंस वोंग द्वारा अपने राष्ट्रीय बजट के हिस्से के रूप में एक नई R&D सेमीकंडक्टर फैसिलिटी के लिए लगभग S$1 बिलियन ($744.8 मिलियन) निवेश करने की योजना की घोषणा के कुछ ही घंटों बाद हुई है.
एशिया की सबसे बड़ी चिप निर्माता कंपनियों सैमसंग इलेक्ट्रॉनिक्स कंपनी और ताइवान सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग कंपनी के प्रतिनिधि ने टिप्पणी करने से इनकार कर दिया. ऑटो बनाने वाली दिग्गज कंपनियां दक्षिण कोरिया और जापान भी निशाने पर हैं. खासकर अगर हाल के ड्यूटी को पहले के ड्यूटी के साथ जोड़ दिया जाए. जापान - जहां ऑटो निर्यात आउटबाउंड शिपमेंट का सबसे बड़ा हिस्सा बनाता है और अमेरिका सबसे बड़ा बाजार है. इसने पहले ही व्हाइट हाउस के साथ इस मुद्दे को उठाया है.