Vodafone Idea AGR Update: वोडा-आइडिया ने कोर्ट से गुहार लगाई है. कंपनी AGR के बोझ के तले दबी हुई है. इसी बीच कंपनी ने कहा है कि वोडा-आइडिया को अगर कोई खतरा होता है तो इससे टेलीकॉम सेक्टर में मोनोपोली यनी एकाधिकार को बढ़ावा मिलेगा. बाजार में कॉम्पिटिशन कम होगा तो कॉल रेट की कीमतों में बढ़ोतरी हो सकती है.
कंपनी के पास बैंकों से किसी भी तरह की फंडिंग नहीं है, जबकि देनदारियां बहुत बड़ी हैं, इससे कहीं ना कहीं वोडा-आइडिया का अस्तित्व खतरे में है.
वोडा-आइडिया ने बताया कि, 'अगर भारत में कंपनी की सर्विस रुकती है तो इसका असर देश के 20 करोड़ ग्राहकों पर सीधे तौर पर पड़ेगा. AGR की देनदारी इतनी बड़ी है कि कंपनी के लिक्विडेशन से भी इसकी पूर्ति नहीं हो पाएगी. लिक्विडेशन से सिर्फ ग्राहक के हितों और बैंकों को भारी नुकसान हो सकता है.
वोडा-आइडिया ने ये भी बताया है कि अगर कंपनी को किसी तरह से मदद नहीं मिलती है तो इससे देश की डिजिटल मुहिम को झटका लग सकता है. आपको बता दें कि कंपनी ने AGR की देनदारी के बदले सरकार को 49% इक्विटी दी थी, पर अभी भी कंपनी पर AGR और स्पेक्ट्रम का 1.95 लाख करोड़ रुपए का बकाया है.
मार्केट की बात करें तो कंपनी के पास 59 लाख से ज्यादा शेयरहोल्डर्स हैं. 16 मई को कंपनी का शेयर 7.35 रुपए पर बंद हुआ, इसमें 1.66% की बढ़त देखी गई है.