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न पिचाई न नडेला! दिल्ली के वैभव तनेजा पाते हैं इनसे कहीं ज्यादा सैलरी; कौन हैं ये?

47 साल के वैभव तनेजा ने साल 2017 में टेस्ला को ज्वाइन किया था. उन्हें टेस्ला के लगातार बढ़ते शेयरों से भारी मुनाफा हुआ.
NDTV Profit हिंदीमोहम्मद हामिद
NDTV Profit हिंदी10:21 AM IST, 22 May 2025NDTV Profit हिंदी
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अगर आपको लगता है कि गूगल के CEO सुंदर पिचाई या माइक्रोसॉफ्ट के CEO सत्या नडेला दुनिया में सबसे ज्यादा सैलरी पाने वाले निजी कंपनियों के एग्जिक्यूटिव ऑफिसर हैं, तो आपने अबतक वैभव तनेजा के बारे में शायद नहीं सुना. दिल्ली के वैभव तनेजा टेस्ला में चीफ फाइनेंशियल ऑफिसर CFO हैं, जिन्होंने सैलरी के मामले में ग्लोबल कॉरपोरेट जगत के सारे रिकॉर्ड्स तोड़ दिए हैं. वैभव तनेजा इस वक्त जबरदस्त सुर्खियों में हैं, इसका अंदाजा इस बात से लगा सकते हैं कि अगर आप गूगल में HIGHEST PAID CFO डालेंगे तो सीधा वैभव तनेजा का नाम आएगा.

सबसे ज्यादा सैलरी पाने वाले CFO

टेस्ला के भारतीय मूल के CFO वैभव तनेजा ने 2024 में 139 मिलियन डॉलर (लगभग 1,157 करोड़ रुपये) कमाए हैं. 2023 में वैभव को प्रमोशन मिला था, जिसके बाद स्टॉक ऑप्शंस और इक्विटी के दम पर उनके वेतन पैकेज ने कई टॉप CEOs की सैलरी को उनके सामने बौना कर दिया.

ये अब तक किसी भी CFO को दी गई सबसे ज्यादा सैलरी में से एक है. जिसके सामने गूगल के CEO सुंदर पिचाई (10.7 मिलियन डॉलर) और माइक्रोसॉफ्ट के CEO सत्य नडेला (79.1 मिलियन डॉलर) की सैलरी भी कम लगती है. वैभव तनेजा की बेसिक सैलरी 4,00,000 डॉलर (3.33 करोड़ रुपये) थी, लेकिन कुल कम्पनसेशन माइक्रोसॉफ्ट के CEO सत्य नडेला से कहीं ज्यादा ज्यादा था, जिन्हें 79.1 मिलियन डॉलर (658 करोड़ रुपये) मिले, जबकि अल्फाबेट के CEO सुंदर पिचाई को 10.73 मिलियन डॉलर (89 करोड़ रुपये) मिले.

47 साल के वैभव तनेजा ने साल 2017 में टेस्ला को ज्वाइन किया था. उन्हें टेस्ला के लगातार बढ़ते शेयरों से भारी मुनाफा हुआ. जब उन्हें शेयर दिए गए थे तब करीब 250 डॉलर (20,800 रुपये) थे, ये बढ़कर 19 मई 2025 तक 342 डॉलर (28,400 रुपये) हो गया. इलेक्ट्रिक व्हीकल डिलीवरी और मुनाफे में गिरावट के बावजूद, टेस्ला के शेयरों की बढ़ती कीमत ने इसके इक्विटी-बेस्ड वेतन को काफी बढ़ा दिया.

इतनी सैलरी वैभव तनेजा को एक CFO के तौर पर मिलने वाली सबसे ज्यादा सैलरी में से एक है. इसके पहले निकोला के CFO ने 2020 में 86 मिलियन डॉलर (715 करोड़ रुपये) का सैलरी पैकेज लिया था, वैभव ने उस रिकॉर्ड को भी पीछे छोड़कर इतिहास दर्ज कर दिया है. निकोला ने 2025 में दिवालियापन के लिए आवेदन किया था.

CA से सबसे महंगा CFO बनने तक का सफर

  • साल 1999 में दिल्ली विश्वविद्यालय से बैचलर ऑफ कॉमर्स की डिग्री हासिल की है

  • साल 2000 में ICAI से चार्टर्ड अकाउंटेंसी की, वो एक सर्टिफाइड CA हैं

  • साल 1999 में प्राइसवाटरहाउस कूपर्स (PwC) में शामिल हुए, 16 साल तक काम किया

  • साल 2016 के मार्च में सोलरसिटी कॉर्पोरेशन में शामिल हुए, जो एक सौर ऊर्जा कंपनी है

  • सोलरसिटी में तनेजा ने वाइस प्रेसिडेंट और बाद में कॉरपोरेट कंट्रोलर के रूप में काम किया

  • साल 2017 में एलन मस्क की कंपनी टेस्ला ने सोलरसिटी का अधिग्रहण कर लिया

  • तनेजा ने दोनों कंपनियों की अकाउंटिंग टीमों के सफल इंटीग्रेशन की अगुवाई की

  • साल 2017 में टेस्ला में शामिल हुए, सहायक कॉर्पोरेट नियंत्रक के रूप में शुरुआत की

  • साल 2018 में वैभव तनेजा ने टेस्ला के कॉरपोरेट कंट्रोलर के रूप में काम किया

  • साल 2019 में, उन्हें टेस्ला में चीफ अकाउंटिंग ऑफिसर प्रमोट किया गया

  • साल 2021 में टेस्ला इंडिया मोटर्स एंड एनर्जी का डायरेक्टर के पद पर बैठे

  • साल 2023 में टेस्ला ने तनेजा को चीफ फाइनेशियल ऑफिसर (CFO) बनाए गए

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