दीपिंदर गोयल ने अपनी पत्नी ग्रेसिया मुनोज के साथ एक दिन फूड डिलीवरी एजेंट की भूमिका में बिताया, ताकि उनकी दिक्कतों को समझा जा सके. रविवार को गोयल ने इसका वीडियो शेयर किया और कहा कि फूड डिलीवरी पिक करने के लिए उन्हें गुरुग्राम के एम्बिएंस मॉल में प्रवेश करने से रोक दिया गया. इसके बाद उन्हें मजबूरन सीढ़ियों का रास्ता लेना पड़ा.
पूरी घटना का वीडियो वायरल हो गया, इसके बाद एम्बिएंस मॉल ने एक्शन लेते हुए डिलीवरी एजेंट्स के लिए पिकअप प्वाइंट बनाया है.
वीडियो में गोयल ने बताया, 'हम हल्दीराम से ऑर्डर पिक करने के लिए एम्बिएंस मॉल गए थे. वहां हमसे दूसरा एंट्रेंस लेने के लिए कहा गया, जो सीढ़ियों से था.'
उन्होंने आगे कहा, 'मैं दोबारा मुख्य एंट्रेंस पर पहुंचा और कंफर्म किया कि डिलीवरी पार्टनर्स के लिए कोई एलीवेटर्स नहीं हैं, तीसरे फ्लोर पर जाने के लिए सीढ़ियों का रास्ता लिया.'
वहां जाकर हमें पता चला कि हम मॉल में एंट्री नहीं कर सकते और हमें ऑर्डर रिसीव करने के लिए सीढ़ियों पर इंतजार करना होगा.
गोयल ने आगे बताया, 'इस दौरान मैंने अपने साथी डिलीवरी पार्टनर्स के साथ आराम किया और उनसे वैल्यूएबल फीडबैक लिया. फिर जब सीढ़ियों पर मौजूद गार्ड ने छोटा सा ब्रेक लिया, तब हम ऑर्डर कलेक्ट करने के लिए अंदर जाने में कामयाब रहे. फिर हम डिलीवरी के लिए निकल पाए.'
गोयल ने ट्वीट के कैप्शन में लिखा, 'मेरे दूसरे ऑर्डर के दौरान मुझे महसूस हुआ कि हमें मॉल्स के साथ मिलकर हमारे डिलीवरी पार्टनर्स के लिए वर्किंग कंडीशंस बेहतर करने की जरूरत है. मॉल्स को भी डिलीवरी पार्टनर्स के साथ ज्यादा मानवीय होने की जरूरत है.'
दीपिंदर गोयल ने वीडियो डालने के करीब एक दिन बाद ट्वीट कर बताया कि एम्बिएंस मॉल ने डिलीवरी पार्टनर्स की वर्किंग कंडीशंस बेहतर करने के लिए कदम उठाया है.
उन्होंने लिखा, 'एम्बिएंस मॉल ने सिचुएशन पर पहले ही रिस्पांड कर दिया है और सभी डिलीवरी पार्टनर्स के लिए ऑनलाइन फूड डिलीवरी पिक प्वाइंट बना दिया है. मेरी पोस्ट को नोटिस करने और तेजी से एक्शन लेने के लिए शुक्रिया अर्जुन (एम्बिएंस के मालिक). उन्होंने इस पर भी सहमति जताई कि मॉल के भीतर कुछ 'वॉकर्स' की तैनाती भी की जाए, ताकि रेस्त्रां से इन पिकअप प्वाइंट्स तक तेजी से खाना पहुंचाया जा सके.'
दीपिंदर गोयल ने दूसरे मॉल्स के मालिकों से भी ऐसा ही करने या फिर दूसरे इनोवेटिव सॉल्यूशंस लाने की मांग की.