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जोमैटो से लेकर मिंत्रा, जानिए कौन ले रहा है कितनी प्लेटफॉर्म फीस

जोमैटो से खाना ऑर्डर करने से लेकर बिग बास्केट से सामान खरीदने पर ये प्लेटफॉर्म फीस आपके बजट को नुकसान पहुंचा सकती है.
NDTV Profit हिंदीNDTV Profit डेस्क
NDTV Profit हिंदी04:56 PM IST, 24 Oct 2024NDTV Profit हिंदी
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फेस्टिव सीजन शुरू हो चुका है. ऐसे में ई-कॉमर्स (E Commerce) और फूड डिलीवरी प्लेटफॉर्म्स अतिरिक्त चार्जेज लगाकर इसका फायदा लेने की कोशिश कर रहे हैं. प्लेटफॉर्म्स फीस (Platform fees) से लेकर डिलीवरी सरचार्ज तक वसूले जा रहे हैं. यही नहीं इनकी लागत भी तेजी से बढ़ रही है. जोमैटो (Zomato) ने अपनी प्लेटफॉर्म फीस को 6 रुपये से बढ़ाकर 10 रुपये/ ऑर्डर कर दिया है.

जोमैटो के प्रतिद्वंद्वी स्विगी ने भी इसे फॉलो किया. उसने भी 10 रुपये के प्लेटफॉर्म चार्ज को लागू किया है. फूड डिलीवरी ऐप्स ही नहीं मिंत्रा और Ajio जैसे फैशन रिटेलर्स भी अतिरिक्त प्लेटफॉर्म फीस वसूल रहे हैं. इससे खरीदारी की कुल लागत बढ़ गई है.

जोमैटो से खाना ऑर्डर करने से लेकर बिग बास्केट से अनिवार्य सामान खरीदने पर ये हिडन फीस आपके बजट को नुकसान पहुंचा सकती है. इसके अलावा मिंत्रा से शॉपिंग करना भी भारी पड़ सकता है.

मिंत्रा की प्लेटफॉर्म फीस सबसे ज्यादा

इस लिस्ट में मौजूद प्लेटफॉर्म्स को देखें तो मिंत्रा की प्लेटफॉर्म फीस सबसे ज्यादा 20 रुपये है. इसके बाद उसकी प्रतिद्वंद्वी Ajio 19 रुपये के साथ मौजूद है. नाइका की डिलीवरी फीस सबसे ज्यादा 70 रुपये है. इसके बाद अमेजन और फ्लिपकार्ट का 40 रुपये के साथ दूसरा स्थान है.

जोमैटो ने कहा कि बढ़ी हुई फीस से प्लेटफॉर्म को खुद को चलाने के लिए अपने बिलों के भुगतान में मदद मिलेगी. उसने बुधवार को ग्राहकों को एक नोटिफिकेशन में कहा, त्योहारी सीजन में सर्विसेज को बरकरार रखने के लिए इसे थोड़ा बढ़ाया गया है. कंपनी अगस्त 2023 से अपनी प्लेटफॉर्म फीस को बढ़ा रही है.

इस साल जुलाई में उसने इसे बढ़ाकर 6 रुपये कर दिया था. मार्च तिमाही के लिए शेयरधारकों को जारी खत में जोमैटो ने प्लेटफॉर्म फीस को उसके मार्जिन में सुधार के पीछे बड़ी वजहों में से एक बताया.

कंपनियों ने फीस को सही बताया

रेगुलर यूजर्स के लिए इन अतिरिक्त कॉस्ट के बारे में जानकारी रखना अहम है. कंपनियां इन फीस को सही ठहरा रही हैं. उनका कहना है कि पीक अवधि के दौरान सेवाओं को बेहतर रखने के लिए ये फीस जरूरी है.

लेकिन इसका बोझ आखिर में ग्राहक पर पड़ता है. क्योंकि फीस में बढ़ोतरी जारी है, इसलिए खरीदारों को ये देखना चाहिए कि लागत के हिसाब से क्या इन प्लेटफॉर्म्स से खरीदारी करना सही है या नहीं.

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