आकाश एयर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) विनय दुबे ने कहा कि भारत में हवाई टिकटों के किराये की बहुत अच्छी व्यवस्था है लेकिन एयरलाइंस को किसी विशेष परिस्थिति का लाभ उठाकर टिकटों के दाम नहीं बढ़ाने चाहिए. पिछले एक महीने में गो फर्स्ट एयरलाइन का परिचालन बंद होने और गर्मियों के मौसम में हवाई टिकटों की मांग में आई बढ़ोतरी के बीच उड़ानों का किराया बहुत अधिक हो जाने को लेकर चौतरफा चर्चा हो रही है. इसे लेकर नागर विमानन मंत्रालय भी एयरलाइन कंपनियों को वाजिब किराये की एक व्यवस्था बनाने को कह चुका है.
इस संदर्भ में दुबे ने कहा कि हालात का फायदा उठाने के लिए किराया बढ़ाने के मुद्दे पर नागर विमानन मंत्रालय का नजरिया एकदम साफ है और वह इस समय भारत में हवाई टिकटों के औसत दाम की बात नहीं कर रहा है.
आकाश एयर के सह-संस्थापक दुबे ने पीटीआई-भाषा के साथ बातचीत में कहा, ‘‘हद से ज्यादा किराया वसूलने को लेकर सरकार चिंतित है. एयरलाइन समुदाय से जुड़े होने के नाते हमें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि टिकटों के दाम बहुत ज्यादा न हों.''
उन्होंने कहा, ‘‘किसी खास स्थिति का फायदा उठाने के लिए दाम बढ़ा देना अच्छी बात नहीं है. भारत में टिकटों का औसत दाम दुनिया में बहुत ग्राहक-अनुकूल है. भारतीय हवाई ग्राहकों के पास सबसे अच्छी टिकट मूल्य प्रणाली है. यह एक तथ्य है और दुनिया में किसी दूसरे देश की तुलना में बहुत सस्ती टिकटें हैं.'
भारत में हवाई टिकटों के दाम बेतहाशा बढ़ने के बाद सरकार भी हरकत में आई है और उसने एयरलाइंस के साथ बैठक कर उन्हें हवाई टिकटों के वाजिब दाम तय करने की एक व्यवस्था बनाने को कहा है. एयरलाइंस को टिकटों के दाम पर नजर रखने को भी कहा गया है.
भारत में हवाई टिकटों के दाम सरकारी नियंत्रण से बाहर हैं और एयरलाइंस अपने स्तर पर ही किराया तय करती हैं.