देश की सबसे बड़ी बिजली उत्पादक सार्वजनिक क्षेत्र की एनटीपीसी में सरकार की पांच फीसदी हिस्सेदारी बिक्री की पेशकश की जोरदार शुरुआत हुई। 5,030 करोड़ रुपये की बिक्री पेशकश (ओएफएस) पर अकेले विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) और संस्थागत खरीदारों ने 7,287 करोड़ रुपये के शेयरों के लिए बोलियां लगाईं।
दो दिन की बिक्री पेशकश के पहले दिन कुल बेचे जाने वाले 41.22 करोड़ शेयरों में से संस्थागत निवेशकों को 32.98 करोड़ शेयरों की पेशकश की गई। संस्थागत निवेशकों ने इनके लिए बोली न्यूनतम मूल्य 122 रुपये प्रति शेयर से अधिक पर लगाई है।
खुदरा निवेशकों को बुधवार को अंतिम दिन अपने 8.24 करोड़ शेयरों के लिए बोली लगाने का मौका मिलेगा। मंगलवार को प्राप्त कुल बोली 7,287 करोड़ रुपये के 59.62 करोड़ शेयरों के लिए रही जो पेशकश की 1.8 गुना है। इस शेयर के लिए संस्थागत निवेशकों की ओर से सबसे ऊंची बोली 130 रुपये प्रति शेयर पर की थी।
वैसे ज्यादा दिखने वाली बोली 122.22 रुपये के भाव पर रही। विनिवेश सचिव नीरज के गुप्ता ने कहा कि एनटीपीसी की शेयर बिक्री में विदेशी निवेशकों की भागीदारी उत्साहवर्धक रही है। उन्होंने उम्मीद जताई कि खुदरा वर्ग के शेयरों के लिए भी उत्साहवर्धक प्रतिक्रिया मिलेगी।
सूत्रों ने बताया कि कई हिस्सेदारी बिक्री में मदद करने वाली सरकारी बीमा कंपनी एलआईसी ने इस बार भी 3,000 करोड़ रुपये से कम के शेयरों के लिए बोली लगाई है। कुल 7,287 करोड़ रुपये की बोलियों में से 5,325 करोड़ रुपये की बोलियां बीमा कंपनियों से मिली हैं, जबकि 925 करोड़ रुपये की बोलियां एफआईआई ने लगाई है।
सरकार एनटीपीसी में अपनी 5 प्रतिशत हिस्सेदारी या 41.22 करोड़ शेयरों की बिक्री 122 रुपये प्रति शेयर के न्यूनतम मूल्य पर कर रही है। आर्थिक मामलों के सचिव शक्तिकान्त दास ने ट्वीट किया, 'एनटीपीसी की हिस्सेदारी बिक्री के लिए उत्साहवर्धक प्रतिक्रिया मिली।' यह भारतीय अर्थव्यवस्था के प्रति बाजार के भरोसे को दर्शाता है। एनटीपीसी का शेयर बाजार मंगलवार को 2.33 प्रतिशत के नुकसान से 123.90 रुपये पर बंद हुआ।
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