Morgan Stanley on Paints Stocks: एशियन पेंट्स लिमिटेड को मंगलवार को मॉर्गन स्टैनली ने अब तक का सबसे टारगेट प्राइस दिया है. ब्रोकरेज ने स्टॉक पर टारगेट प्राइस को 2,126 रुपये से घटाकर 1,909 रुपये कर दिया है, जो अभी के लेवल से लगभग 15% कम है. CLSA और एलारा कैपिटल ने भी टारगेट प्राइस 1,966 रुपये और 1,940 रुपये सेट किए हैं. सभी का अनुमान है कि शेयर 2,000 रुपये से नीचे गिर जाएगा.
मॉर्गन स्टैनली का डाउनग्रेड एक ब्रॉडर सेक्टर कॉल का हिस्सा है, क्योंकि इससे भारत के पेंट उद्योग में निरंतर गिरावट का अनुमान लगाया जा रहा है. मॉर्गन स्टैनली के अनुसार, भारतीय पेंट कंपनियां बदलाव के दौर में चल रही हैं. ग्रोथ डबल डिजिट से मैक्रोइकॉनोमिक साइकिल के साथ कमजोर हो रही है. ब्रोकरेज को उम्मीद है कि हो रहे इस बदलाव से सेक्टर के वैल्यूएशन में और गिरावट आएगी.
मैक्रो डिस्कनेक्ट
इस साइकिल में औद्योगिक पेंट्स की मांग बढ़ रही है, जबकि घर पर पेंट्स, जो बाजार का 70-75% हिस्सा है, की ग्रोथ स्लो है.
बढ़ता कॉम्पिटिशन
बिड़ला ओपस की एंट्री और दूसरी सबसे बड़ी कंपनी बनने की उसके टारगेट ने FY 2026 में कॉम्पिटिशन बढ़ सकता है.
मौजूदा प्लानिंग में बदलाव
एशियन पेंट्स जैसी बड़ी कंपनियां अब कॉर्डिनेट ग्रोथ के बजाय मार्केट शेयर को मजबूत करने में लगी हुई हैं, जिसकी वजह से प्राइस और मार्जिन पर प्रेशर पड़ रहा है.
मॉर्गन स्टेनली को उम्मीद है कि FY 2025 में एशियन पेंट्स की बाजार हिस्सेदारी में लगभग 42 आधार अंकों की कमी आएगी, जो उसके पिछले अनुमान से काफी ज्यादा है. FY 2025-2028 के दौरान, कंपनी डेकोरेटिव सेगमेंट में अपनी हिस्सेदारी से लगभग 200 आधार अंकों की कमी कर सकती है. सभी को मिलाकर बात करें तो बिड़ला ओपस को छोड़कर टॉप 5 कंपनियों को 281 आधार अंकों का नुकसान होने का अनुमान है.
मंगलवार को एशियन पेंट्स के शेयर 1.17% गिरकर 2,221.60 रुपये पर आ गए. हालांकि, इसने नुकसान कम करते हुए 0.90% की गिरावट के साथ 2,227.60 रुपये पर कारोबार किया. इसकी तुलना में NSE निफ्टी 50 इंडेक्स में 0.07% की गिरावट आई.
पिछले 12 महीने के अंदर शेयर्स में 24.24% और इस साल अब तक 2.45% की गिरावट आई है. ब्लूमबर्ग के आंकड़ों के अनुसार, कंपनी पर नजर रखने वाले 38 विश्लेषकों में से छह ने 'बाय' रेटिंग, 10 ने 'होल्ड' और 22 ने 'सेल' की सलाह दी है.