नोटबंदी के पीएम मोदी के फैसले के बाद एक और मामला सामने आ रहा है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, 13 जनवरी तक 9.1 लाख करोड़ के नए नोट रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने जारी किए थे. मगर, लोगों द्वारा इस रकम के अतिरिक्त 600 अरब रुपए (9 बिलियन डॉलर) और निकाले गए हैं.
रिपोर्ट्स के मुताबिक, आरबीआई द्वारा बुधवार को संसदीय समिति के समक्ष जो रिपोर्ट रखी गई, उसमें यह बात कही गई है. विशेषज्ञों के मुताबिक, ऐसा आमतौर पर होता नहीं है और कायदे से, सर्कुलेशन में जो करेंसी है, लोगों द्वारा उसके पास कम कैश होना चाहिए. वैसे इस बारे में स्पष्ट डाटा अभी सामने आना बाकी है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 8 नवंबर 2016 को 500 रुपए और 1000 रुपए के नोट अमान्य घोषित कर दिए थे.
रिपोर्ट्स के मुताबिक, पीएम मोदी ने सर्कुलेशन में मौजूद 177 खरब रुपए में से 154 खरब रुपए कैंसल कर दिए थे. उन्होंने कहा था कि इन नोटों को नए नोटों से बदल दिया जाएगा. 9 नवंबर से 13 जनवरी के बीच आरबीआई ने 55.3 खरब रुपए के नए नोट छापे और 25 अरब 19 करोड़ 70 लाख बैंक नोट सर्कुलेशन में डाले जिनका मूल्य 67.8 खरब रुपए था. 13 जनवरी तक जनता ने 97 खरब रुपए बैंक काउंटर्स और कैश डिस्पेंशिंग मशीनों से निकाले हैं.