देश में तेल के दाम दिन प्रतिदिन चढ़ते जा रहे हैं. सरकार ने अभी तक कोई कदम उठाने से इनकार कर दिया है. सरकार का कहना है कि यह बाजार की दिशा के हिसाब से तय हो रहा है क्योंकि अब यह तेल कंपनियों पर निर्भर है कि वह अंतरराष्ट्रीय बाजार के हिसाब से तेल की कीमत पर देश में तेल के दाम तय कर रही हैं. बता दें कि पिछले 9 दिनों से लगातार देश में तेल कंपनियां पेट्रोल और डीजल के दाम बढ़ा रही है. दावा किया जा रहा है कि तेल के दाम ऐतिहासिक ऊंचाई पर हैं. अलग अलग राज्यों में अलग अलग तेल के दाम हैं. इसके पीछे कारण यह है कि हर राज्य का अपना कर और कर की दर है.
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अब जब देश में बीते पांच सालों में सबसे ज्यादा तेल के दाम होने की बात कही जा रही है तब एक साइट (www.globalpetrolprices.com) के अनुसार भारत में अपने पड़ोसी मुल्कों से ज्यादा दाम बताया जा रहा है. चीन को छोड़कर बाकी सब गरीब देशों से भारत में पेट्रोल की ज्यादा कीमत वसूली जा रही है. साइट के हिसाब से दुनिया में आईसलैंड में 166.69 रुपये प्रति लीटर की दर से सबसे महंगा पेट्रोल है. वहीं, वेनेजुएला में 59 पैसे प्रति लीटर के हिसाब से तेल के दाम लिए जा रहे हैं.