रेलवे ने आरक्षित श्रेणी में सफर करने वाले यात्रियों की सुविधा के लिए सोमवार से हावड़ा, मुंबई, चेन्नई, बेंगलुरु और सिकंदराबाद को जोड़ने वाले पांच प्रमुख मार्गों में वैकल्पिक ट्रेन आरक्षण सेवा 'विकल्प' का विस्तार किया है।
रेलवे की 'विकल्प' नाम की इस सुविधा के तहत यात्रियों द्वारा आरक्षित किए गए टिकट की पुष्टि (कन्फर्म) नहीं होने की स्थिति में उन्हें अन्य ट्रेन में आरक्षण का विकल्प मुहैया कराया जाएगा। इस सुविधा के तहत प्रतीक्षा सूची में शामिल यात्री अपने यात्रा टिकट की पुष्टि के लिए ‘विकल्प’ सेवा चुन सकते हैं।
राजधानी, शताब्दी और दूरंतो ट्रेनों में यह सुविधा नहीं
रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने मुंबई में बताया कि इस साल के रेल बजट में इस योजना की घोषणा की थी, इसलिए इस सेवा को शुरू किया गया है। यह सेवा केवल मेल, एक्सप्रेस और सुपरफास्ट ट्रेनों में क्रियान्वित की जा रही है, जबकि राजधानी, शताब्दी और दूरंतो ट्रेनों में यह सुविधा उपलब्ध नहीं होगी।
यात्रियों से अतिरिक्त शुल्क नहीं लिया जाएगा
इसके तहत 'विकल्प' सेवा चुनने वाले यात्री वैकल्पिक आरक्षण मिलने के बाद अपनी यात्रा में संशोधन नहीं कर सकेंगे। जबकि इस सेवा के लिए यात्रियों से किसी प्रकार का अतिरिक्त शुल्क वसूल नहीं किया जाएगा और न ही उन्हें दोनों ट्रेनों के किराये में अंतर वाली धनराशि वापस की जाएगी।
इस समय दिल्ली-जम्मू और नई दिल्ली-लखनऊ मार्गों में 'विकल्प' सेवा उपलब्ध है, जबकि अब इसका विस्तार करके इसमें दिल्ली-मुंबई, दिल्ली-चेन्नई, दिल्ली-बेंगलुरु और दिल्ली-सिकंदराबाद मार्गों को शामिल किया गया है।
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