सब्जियों और फलों की कीमतों में गिरावट से जुलाई में खुदरा मुद्रास्फीति घटकर 4.17 प्रतिशत रह गई, जो इसका पिछले नौ महीने का निचला स्तर है. सरकार द्वारा जारी आंकड़ों से यह जानकारी मिली है. केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय (सीएसओ) द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार जून महीने की उपभोक्ता मूल्य सूचकांक आधारित (सीपीआई) मुद्रास्फीति को भी नीचे की ओर संशोधित कर 4.92 प्रतिशत कर दिया गया है.
पहले इसके इसके पांच प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया गया था. इससे पहले अक्तूबर, 2017 में यह 3.58 प्रतिशत रही थी. सीएसओ के आंकड़ों के अनुसार बीते माह सब्जियों की महंगाई घटकर शून्य से 2.19 प्रतिशत नीचे आ गई. जून में यह 7.8 प्रतिशत पर थी. इसी तरह फलों की मुद्रास्फीति घटकर 6.98 प्रतिशत पर आ गई, जो इससे पिछले महीने 10 प्रतिशत से ऊपर थी.
आंकड़ों के अनुसार प्रोटीन वाले उत्पादों मसलन मांस, मछली और दूध की मुद्रास्फीति जुलाई में इससे पिछले महीने की तुलना में कम रही. हालांकि, ईंधन और लाइट खंड की महंगाई बढ़कर 7.96 प्रतिशत हो गई, जो इससे पिछले महीने 7.14 प्रतिशत पर थी. मूल्य के आंकड़े चुनिंदा शहरों से एनएसएसओ के फील्ड परिचालन विभाग द्वारा जुटाए गए. वहीं चुनिंदा गांवों से आंकड़े डाक विभाग ने जुटाए. मूल्य आंकड़े वेब पोर्टलों के जरिये प्राप्त किए जाते हैं और इनका रखरखाव राष्ट्रीय इन्फार्मेटिक्स केंद्र करता है.