भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने 31 दिसंबर, 2013 को समाप्त हुई तीसरी तिमाही में अपने शुद्ध लाभ में 34 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की है। इस दौरान, बैंक को 2,234 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हुआ।
गैर-निष्पादित आस्तियों (एनपीए) के लिए अधिक प्रावधान करने की वजह से लाभ में यह गिरावट आई। आलोच्य तिमाही में एसबीआई ने एनपीए के लिए कुल 3,428.59 करोड़ रुपये का प्रावधान किया, जबकि बीते वित्त वर्ष की इसी अवधि में उसने एनपीए के लिए 2,766.18 करोड़ रुपये का प्रावधान किया था।
बैंक ने बंबई शेयर बाजार को सूचित किया कि बीती तिमाही में उसकी कुल आय हालांकि, बढ़कर 39,061 करोड़ रुपये पर पहुंच गई, जो बीते वित्तवर्ष की इसी अवधि में 33,992 करोड़ रुपये थी। बैंक ने बताया कि दिसंबर के अंत में उसकी सकल गैर-निष्पादित आस्तियां 67,799.33 करोड़ रुपये रही, जो बीते साल की इसी अवधि में 53,457 करोड़ रुपये थीं। आलोच्य तिमाही में बैंक का शुद्ध एनपीए बढकर 3.24 प्रतिशत पहुंच गया, जो बीते वित्तवर्ष की इसी अवधि में 2.59 प्रतिशत था।