देश के सबसे बड़े भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने अपनी आधार दर बेस रेट 0.25 प्रतिशत घटाकर 9.75 प्रतिशत करने की घोषणा की है। इससे बैंक के सभी वर्ग के ऋण लेने वाले ग्राहकों को राहत मिलेगी। एसबीआई के चेयरमैन प्रतीप चौधरी ने कहा कि आधार दर में कटौती का फैसला भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा नकद आरक्षित अनुपात (सीआरआर) में कटौती के मद्देनजर लिया गया है। आधार दर में कटौती 20 सितंबर से लागू होगी। आधार दर वह दर होती है, जिससे कम पर बैंक ऋण नहीं दे सकते।
उल्लेखनीय है कि भारतीय रिजर्व बैंक ने अपनी मौद्रिक नीति की मध्य तिमाही समीक्षा में नकद आरक्षित अनुपात (सीआरआर) में चौथाई फीसदी की कटौती की थी। इससे बैंकों के पास 17,000 करोड़ रुपये की अतिरिक्त नकदी उपलब्ध होगी। रिजर्व बैंक की नीतिगत घोषणा के बाद आधार दर में कटौती करने वाला एसबीआई पहला बैंक है। आगामी दिनों में कुछ और बैंकों द्वारा भी इसी तरह का कदम उठाए जाने की उम्मीद है। चौधरी ने कहा कि इस कटौती का उसके मार्जिन पर बेहद मामूली 0.04 प्रतिशत का असर पड़ेगा। एसबीआई की परिसंपत्ति देनदारी समिति (आल्को) की आज हुई बैठक में आधार दर में कटौती का फैसला किया गया।
चौधरी ने बताया कि बैंक के 6 लाख करोड़ रुपये के ऋण में से 5 लाख करोड़ रुपये का ऋण आधार दर से जुड़ा है, जबकि शेष एक लाख करोड़ रुपये का कर्ज बेंचमार्क प्रधान उधारी दर (बीपीएलआर) से जुड़ा है।
रिजर्व बैंक ने सोमवार को सीआरआर को 0.25 फीसदी घटाकर 4.5 प्रतिशत करने की घोषणा की थी। बैंकों को अपनी जमा का एक निश्चित अनुपात केंद्रीय बैंक के पास रखना होता है। इस अनुपात को सीआरआर कहा जाता है।