भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) अपने ग्राहकों को अपने मोबाइल वॉलेट SBI Buddy की मदद से ATM से पैसा निकालने की सुविधा देने जा रहा है. एइस बीच, एसबीआई ने मीडिया में आई इन खबरों का खंडन किया है कि उसने नियमित एटीएम लेनदेन पर सेवा शुल्क बढ़ाकर 25 रुपये कर दिया है. एसबीआई के प्रबंध निदेशक (राष्ट्रीय बैंकिंग) रजनीश कुमार ने कहा कि सामान्य बचत खातों से एटीएम के जरिये निकासी पर सेवा शुल्क में किसी तरह का बदलाव नहीं किया गया है. कुमार ने कहा, ‘यदि ग्राहक के पास हमारे मोबाइल वॉलेट एसबीआई बडी में पैसा है तो वह एटीएम से इसे निकाल सकता है. इसके अलावा ग्राहक अब मोबाइल वॉलेट से या मोबाइल वॉलेट में बिजनेस कॉरस्पॉन्डेंट (बीसी) के जरिये पैसा जमा कर सकता है या निकाल सकता है. इससे पहले ये सुविधाएं उपलब्ध नहीं थीं.
बीसी के जरिये मोबाइल वॉलेट में 1,000 रुपये जमा कराने पर बैंक 0.25 प्रतिशत का सेवा शुल्क और सेवा कर लगाएगा. यह न्यूनतम 2 रुपये और अधिकतम 8 रुपये होगा. इसके अलावा एसबीआई बडी से बीसी के जरिये 2,000 रुपये तक की निकासी पर लेनदेन के मूल्य का ढाई प्रतिशत सेवा शुल्क (न्यूनतम छह रुपये) और सेवा कर लगाया जाएगा.
सीपीएम ने एसबीआई के फैसले पर सवाल उठाया है. सीपीएम सांसद तपन सेन ने एनडीटीवी से कहा कि सरकार एक तरफ डिजिटल ट्रांज़ैक्शन को बढ़ावा दे रही है. ऐसे में ई-पेमेन्ट सिस्टम पर सर्विस चार्ज लगाने से उपभोक्ता पर बोझ बढ़ेगा क्योंकि कंपनियां इसे अब एक बिजनेस के तौर पर देख रही हैं.
(इनपुट भाषा से...)