हिंदी का प्रयोग बढ़ाने व निवेशकों से उनकी बोलचाल की भाषा में संपर्क करने के लिए भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) इसका प्रयोग बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित कर रहा है। इसके साथ ही नियामक अपने विभिन्न दस्तावेजों के हिंदी भाषा में अनुवाद के लिए पेशेवरों का पैनल बनाने जा रहा है।
सेबी यह कदम केंद्र सरकार की आधिकारिक भाषा नीति के तहत उठाने जा रहा है। सेबी के नोटिस में कहा गया है, 'नियामक का इरादा सामान्य, कानूनी व तकनीकी प्रकृति के विभिन्न दस्तावेजों का अंग्रेजी से हिंदी में अनुवाद कराने का है। इसके लिए अनुवादकों का पैनल बनाया जाएगा।'
सेबी के विभिन्न अधिकारी विशेष रूप से हिंदी भाषी क्षेत्रों के अधिकारियों ने अपने आदेश में इस बात का उल्लेख करना शुरू कर दिया है कि वे पत्राचार के लिए राजभाषा को प्राथमिकता देंगे।
इसी के अनुरूप नियामक ने अंग्रेजी व हिंदी भाषा में दक्ष पेशेवरों से आवेदन आमंत्रित किए हैं। इसके अलावा इन लोगों को पूंजी बाजार के शब्दों व अवधारणा की भी जानकारी होनी चाहिए। इन पेशेवरों से उम्मीद की जाती है कि वे निर्धारित समयसीमा में सही तरीके से अनुवाद का काम पूरा करेंगे।