रिजर्व बैंक की कल आने वाली द्विमासिक मौद्रिक समीक्षा से पहले आज बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स 61 अंक टूटकर 29,122.27 अंक के एक सप्ताह से अधिक के निचले स्तर पर आ गया।
इसी तरह, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 11.50 अंक के नुकसान या 0.13 प्रतिशत के नुकसान से 8,800 अंक से नीचे 8,797.40 अंक पर आ गया। कारोबारियों ने कहा कि हाल में बेहतर प्रदर्शन करने वाले शेयरों में मुनाफावसूली, कुछ बड़ी कंपनियों के निराशाजनक नतीजों और वैश्विक बाजारों के मिले-जुले रुख से भी धारणा प्रभावित हुई।
इस बीच, एचएसबीसी के मासिक सर्वेक्षण के अनुसार जनवरी में विनिर्माण गतिविधियां दिसंबर के दो साल के रिकॉर्ड स्तर से नीचे आ गईं। घरेलू और अंतरराष्ट्रीय स्रोतों से नए ऑर्डर मिलने की रफ्तार धीमी रही।
बंबई शेयर बाजार का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स कमजोर रुख के साथ खुलने के बाद और नीचे गया और एक समय 29,000 अंक से नीचे 29,958.52 अंक पर आ गया। हालांकि, अंत में सेंसेक्स 60.68 अंक या 0.21 प्रतिशत के नुकसान से 29,122.27 अंक पर आ गया। यह 22 जनवरी के बाद सेंसेक्स का निचला स्तर है। उस दिन सेंसेक्स 29,006.02 अंक पर बंद हुआ था।
सेंसेक्स के 30 शेयरों में से 17 नुकसान में रहे, जबकि 13 में लाभ रहा। एक्सिस बैंक, हिंडाल्को, विप्रो, एलएंडटी, गेल, सनफार्मा, टीसीएस, टाटा मोटर्स, मारुति सुजुकी और भेल के शेयर लाभ में रहे। वहीं दूसरी ओर भारती एयरटेल, डॉ रेड्डीज लैब, हिन्दुस्तान यूनिलीवर, आईसीआईसीआई बैंक, आईटीसी, सेसा स्टरलाइट, टाटा स्टील व कोल इंडिया में नुकसान रहा।