शेयर बाजार में सोमवार को दो कारोबारी सत्रों की गिरावट के बाद निम्नस्तर पर लिवाली से रौनक लौटी. हालिया नुकसान वाले बैंकिंग, धातु और टिकाऊ उपभोक्ता सामान कंपनियों के शेयरों में लिवाली से बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स 470 अंक की लंबी छलांग के साथ 33,066 अंक पर पहुंच गया. नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 10,100 अंक के स्तर के पार निकल गया. इसके अलावा डॉलर के मुकाबले रुपये के मजबूत होने से भी बाजार धारणा को बल मिला. ब्रोकरों ने कहा कि हालिया नुकसान वाले शेयरों में लिवाली और एशियाई बाजारों के मिलेजुले रुख से यहां बाजार में तेजी लौटी. हालांकि, अमेरिका और चीन के बीच व्यापार युद्ध की आशंका को लेकर निवेशकों में बेचैनीबनी हुई है.
शुरुआती कारोबार में यूरोपीय बाजारों में भी मामूली सुधार रहा. बैंक, धातु, वित्त, टिकाऊ उपभोक्ता सामान, पूंजीगत सामान, वाहन, पीएसयू और रीयल्टी शेयरों में बढ़त से घरेलू बाजार शुरुआती नुकसान से उबर गया. बंबई शेयर बाजार का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 33,000 अंक के स्तर को पार कर 33,115.41 अंक के उच्चस्तर पर पहुंच गया.
बैंक ऑफ बड़ौदा, यस बैंक, एसबीआई, एचडीएफसी बैंक, पंजाब नेशनल बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, फेडरल बैंक, इंडसइंड बैंक और एक्सिस बैंक के शेयर 6.16 प्रतिशत तक चढ़ गए. सेंसेक्स अंत में 469.87 अंक या 1.44 प्रतिशत के लाभ से 33,066.41 अंक पर बंद हुआ. यह 12 मार्च के बाद सेंसेक्स की एक दिन की सबसे बड़ी बढ़त है. उस दिन सेंसेक्स 610.80 अंक चढ़ा था. हालांकि, दिन में कारोबार के दौरान एक समय सेंसेक्स 32,515.17 अंक के निचले स्तर तक आ गया था.
पिछले दो सत्रों में सेंसेक्स 539.64 अंक टूटा था. नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 10,000 के महत्वपूर्ण स्तर के पार निकलने के बाद 10,143.50 अंक तक गया. अंत में निफ्टी 132.60 अंक या 1.33 प्रतिशत की बढ़त के साथ 10,130.65 अंक पर बंद हुआ. कारोबार के दौरान यह 9,958.55 अंक के निचले स्तर तक आया. इस बीच, अस्थायी आंकड़ों के अनुसार शुक्रवार को विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ने 1,628.19 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे. वहीं घरेलू संस्थागत निवेशकों ने 935.41 करोड़ रुपये की बिकवाली की.