बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 480.92 अंक (या 1.81 प्रतिशत) बढ़कर 27,112.21 पर बंद हुआ, जबकि नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का संवेदी सूचकांक निफ्टी 139.25 अंक (या 1.75 प्रतिशत) के उछाल के साथ 8,114.75 पर बंद हुआ।
फेडरल रिजर्व द्वारा लंबे अरसे तक ब्याज दरों को निचले स्तर पर कायम रखने की प्रतिबद्धता व भारत के चीन के साथ व्यापार को लेकर उम्मीदें बढ़ने से बाजार में तेजी आई। डाउ जोंस बुधवार को रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया। इससे ज्यादातर एशियाई व यूरोपीय बाजारों में बढ़त रही। अमेरिकी केंद्रीय बैंक ने लगभग शून्य स्तर की ब्याज दर को 2015 में बढ़ाने पर प्रतिबद्धता जताई है।
बंबई शेयर बाजार का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स कमजोर रुख के साथ खुलने के बाद सुधरा और 12 सितंबर के बाद पहली बार यह 27,000 अंक के स्तर के ऊपर बंद हुआ। सेंसेक्स अंत में 480.92 या 1.81 प्रतिशत की बढ़त के साथ 27,112.21 अंक पर बंद हुआ। यह 2 जून के बाद सेंसेक्स की एक दिन की सबसे बड़ी बढ़त है।
घरेलू निवेशकों ने चीन के साथ मजबूत व्यापारिक रिश्तों का भी स्वागत किया। चीन ने भारत में अगले पांच साल में 20 अरब डॉलर निवेश की प्रतिबद्धता जताई है। निफ्टी ने भी एक बार फिर 8,100 अंक के स्तर को छुआ। कारोबार के दौरान यह 8,120.85 अंक के उच्च स्तर पर पहुंचा। अंत में यह 139.25 अंक की बढ़ोतरी के साथ 8,114.75 अंक पर बंद हुआ।
छोटे और मझोले शेयरों में भी जमकर खरीदारी हुई। बीएसई का मिडकैप इंडेक्स करीब दो फीसदी, जबकि स्मॉलकैप इंडेक्स 2.5 फीसदी से ज्यादा बढ़कर बंद हुआ।