प्राइवेट एयरलाइन कंपनी स्पाइसजेट लिमिटेड (Shares of SpiceJet Ltd) के शेयरों में गुरुवार को लगभग 9 प्रतिशत का इजाफा हुआ है. न्यूज एजेंसी रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, स्पाइसजेट एयरलाइन को सरकार की संशोधित आपातकालीन क्रेडिट लाइन गारंटी (Credit Line Guarantee Scheme) के तहत अतिरिक्त 1000 करोड़ (122.7 मिलियन डॉलर) का लोन मिलने की उम्मीद है. इसके बाद स्पाइसजेट के शेयरों में उछाल देखा गया है. बिजनेस स्टैंडर्ड अखबार ने सूत्रों का हवाला देते हुए बताया कि इस फंड से एयरलाइन को अपना बकाया चुकाने, समय पर पेमेंट करने और नए बोइंग 737 मैक्स विमानों को शामिल करने में मदद मिलेगी.
दरअसल, स्पाइसजेट कंपनी आर्थिक दिक्कतों का सामना कर रही है. इससे पहले अपने स्टेटमेंट में स्पाइसजेट ने यह बताया कि एयरलाइन पिछले 4 साल से घाटे में चल रही है. स्पाइसजेट को FY19, FY20, FY21 और FY22 में क्रमशः 316 करोड़ रुपये, 934 करोड़ रुपये, 998 करोड़ रुपये और 1,725 करोड़ रुपये का नेट लॉस हुआ है.
बिजनेस स्टैंडर्ड की रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले एक साल में स्पाइसजेट के शेयर्स में 39 फीसदी की गिरावट आई है, और जबकि साल 2022 के दौरान शेयर में 36.2 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है. शेयर का 52 वीक हाई 87.30 रुपये है. जबकि 52 वी लो 34.75 रुपये है. वित्तीय संकट के बीच स्पाइसजेट ने 1600 करोड़ रुपये जुटाने की योजना भी बनाई है.
आर्थिक संकट के बीच देश की बजट एयरलाइन स्पाइसजेट (SpiceJet) ने बीते दिनों अपने 80 पायलट्स को तीन महीने के लिए बिना वेतन की जबरन छुट्टी पर भेज दिया था. कंपनी ने इसे लागत पर काबू पाने के लिए उठाया गया कदम बताया था. स्पाइसजेट की तरफ से बयान जारी करके बताया गया, 'अपने 80 पायलट्स को अवैतनिक अवकाश पर भेजने का फैसला अस्थायी है. यह कदम लागतों को रैशनलाइज़ करने यानी तर्कसंगत बनाने के लिए उठाया गया है. एयरलाइन ने अपने जिन पायलट्स को जबरन छुट्टी पर भेजा है, वे उसके बोइंग (Boeing) और बॉम्बार्डियर (Bombardier) विमान उड़ाते हैं.
कंपनी ने भरोसा दिलाया है कि अवैतनिक अवकाश पर भेजे जाने के दौरान भी उसके पायलट्स को इंश्योरेंस और लीव-ट्रैवेल जैसी कर्मचारियों को मिलने वाली बाकी सहूलियतों का लाभ मिलता रहेगा. कंपनी ने ये दावा भी किया है कि 80 पायलट्स को छुट्टी पर भेजने के बावजूद उसके पास अपनी सभी उड़ानों को संचालित करने के लिए पर्याप्त संख्या में पायलट उपलब्ध रहेंगे.
बता दें कि गुड़गांव स्थित स्पाइसजेट ने आखिरी बार दिसंबर 2019 में लाभ कमाया था. इस वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में घाटा एक साल पहले की तुलना में 561 करोड़ रुपये से अधिक हो गया. पिछले एक साल में स्टॉक में करीब 30 फीसदी की गिरावट आई है.