बंबई शेयर बाजार में पिछले तीन कारोबारी सत्रों से चले आ रहे सुस्त कारोबार के सिलसिले पर आज ब्रेक लगा तथा अंतिम दौर में लिवाली से 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 76 अंक की बढ़त के साथ बंद हुआ। कल जुलाई माह के महंगाई के आंकड़ों से पहले टिकाऊ उपभोक्ता सामान, पूंजीगत सामान, बिजली तथा पीएसयू शेयरों में लिवाली से सेंसेक्स मजबूत हुआ।
सुबह के कारोबार में कमजोर खुलने के बाद एक समय सेंसेक्स दिन के निचले स्तर 17,522.10 अंक पर पहुंच गया। हालांकि कारोबारी के अंतिम घंटे में लिवाली का दौर चलने से सेंसेक्स 17,642.38 अंक के उच्च स्तर पर पहुंच गया। अंत में यह 75.71 अंक या 0.43 प्रतिशत की बढ़त के साथ 17,633.45 अंक पर बंद हुआ।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 27.50 अंक या 0.52 प्रतिशत की बढ़त के साथ 5,347.90 अंक पर पहुंच गया। एचडीएफसी का शेयर जहां 3.71 प्रतिशत चढ़ा, वहीं मारुति सुजुकी, बजाज ऑटो, भेल और भारती एयरटेल के शेयरों में 1.7 से 2.7 प्रतिशत का लाभ दर्ज हुआ।
बोनान्जा पोर्टफोलियो की वरिष्ठ शोध विश्लेषक निधि सारस्वत ने कहा, सामान्य तौर पर बाजार सरकार से महत्वपूर्ण सुधारों को बनाने और उनके क्रियान्वयन की उम्मीद कर रहा है। इससे अर्थव्यवस्था की रफ्तार बढ़ाई जा सकती है। इससे पिछले तीन कारोबारी सत्रों में सेंसेक्स 44 अंक लुढ़का था।
इन्वेंचर ग्रोथ एंड सिक्सोरिटीज के अनुसंधान प्रमुख मिलन भाविशी ने कहा, इस तरह की खबरों कि सरकार भेल और सेल में हिस्सेदारी के विनिवेश से निजीकरण की योजना को आगे बढ़ाना चाहती है, बाजार को बल मिला। सेंसेक्स की 30 कंपनियों में टाटा मोटर्स, हिन्दुस्तान यूनिलीवर, हीरो मोटो कार्प, हिंडाल्को और टाटा स्टील सहित 11 के शेयर में नुकसान रहा।