देश की सबसे बड़ी दवा निर्माता कंपनी सन फार्मा जापान की डाइची की कंपनी रैनबेक्सी लैबोरेटरीज का अधिग्रहण करेगी। यह जानकारी दोनों कंपनियों ने सोमवार को दी।
रैनबेक्सी का अधिग्रहण चार अरब डॉलर में पूरी तरह से शेयरों की अदलाबदली के जरिये किया जाएगा।
रैनबेक्सी के अधिग्रहण के बाद सन फार्मा दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी स्पेशियल्टी जेनरिक फार्माश्यूटिकल्स कंपनी बन जाएगी।
दानों कंपनियों द्वारा संयुक्त रूप से जारी बयान के मुताबिक सन फार्मा पूरी तरह से शेयरों की अदला-बदली के जरिये रैनबेक्सी को 100 फीसदी अधिग्रहण करेगी। रैनबेक्सी में जापानी कंपनी डाइची सैंक्यो की 63.4 फीसदी हिस्सेदारी है।
इस समझौते के तहत रैनबेक्सी के शेयरधारकों को अपने प्रत्येक शेयर के लिए सन फार्मा का 0.8 शेयर हासिल होगा।
इस विनिमय अनुपात से रैनबेक्सी के शेयर का मूलय 457 रुपये बैठता है, जो रैनबेक्सी के शेयरों मूल्यों के 30 दिनों के औसत से 18 फीसदी अधिक और 60 दिनों के मूल्यों के औसत से 24.3 फीसदी अधिक है। रैनबेक्सी बिक्री के मामले में देश की सबसे बड़ी दवा निर्माता कंपनी है।
बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) में सन फार्मा के शेयर 1.19 फीसदी तेजी के साथ 578.70 रुपये पर बंद हुए। जबकि रैनबेक्सी लैबोरेटरीज के शेयर 4.82 फीसदी गिरावट के साथ 437.40 रुपये पर बंद हुए।