ट्राई के चेयरमैन आर.एस. शर्मा ने महंगे स्पेक्ट्रम की नीलामी के संदर्भ में दूरसंचार परिचालकों की आपत्ति को 'विरोधाभासी' बताते हुए मंगलवार को उनके रुख पर सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा कि पहले वे सेवा की खराब गुणवत्ता के लिए रेडियो तरंगों की कमी को लेकर सरकार पर आरोप लगा रहे थे और अब वे ही लोग स्पेक्ट्रम की नीलामी से मना कर रहे हैं।
शर्मा ने मंगलवार को दिल्ली में संवाददाताओं से कहा, 'वही लोग पहले कह रहे थे कि वे स्पेक्ट्रम उपलब्ध नहीं होने की वजह से गुणवत्तापूर्ण सेवा देने में असमर्थ हैं। अब वही लोग यह कह रहे हैं कि स्पेक्ट्रम की नीलामी मत कीजिए। यह विरोधाभासी स्थिति हैं।
जो भी हो, हम सभी पक्षों के प्रत्येक विचार को संज्ञान में लेंगे।' वह लावा के केकेटी अल्ट्रा फीचर फोन पेश किए जाने के मौके पर संवाददाताओं से बातचीत कर रहे थे।
एक अंतर-मंत्रालयी समूह दूरसंचार आयोग ने सोमवार को दूरसंचार नियामक प्राधिकरण से 5.36 लाख करोड़ रुपये के स्पेक्ट्रम की नीलामी के बारे में स्पष्टीकरण मांगने का फैसला किया। नीलामी की सिफारिश ट्राई ने ही की है।
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