आलू कीमतों की तेजी को रोकने तथा इसकी घरेलू उपलब्धता को बढ़ाने के लिए सरकार आलू का आयात करेगी।
हाल के सप्ताहों में आलू कीमतों में तेजी का रुख दिखाई दिया है और राष्ट्रीय राजधानी में इसकी खुदरा कीमतें 35 से 40 रुपये प्रति किग्रा हैं।
कृषिमंत्री राधा मोहन सिंह ने कहा, 'हम आलू की बढ़ती कीमतों को नियंत्रित करने के लिए हरसंभव उपाय कर रहे हैं।' कृषि सचिव आशीष बहुगुणा ने कहा कि सरकार ने आलू का आयात करने का फैसला किया है और सहकारिता संस्था नाफेड जल्द ही निविदा जारी करेगी।
बहुगुणा ने कहा, 'पहली बार हम बढ़ती कीमतों को रोकने और घरेलू आपूर्ति को बढ़ाने के लिए आलू का आयात करने का जा रहे हैं। हमने नाफेड से निविदा जारी करने को कहा है।' उन्होंने कहा कि निविदा इस माह आमंत्रित की जाएगी ताकि इसकी खेप नवंबर के अंत तक भारत पहुंच जाए।
बहुगुणा ने कहा, 'आलू का आयात यूरोप और पाकिस्तान जैसे देशों से किया जाएगा। जनवरी तक इसकी पर्याप्त आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए आयात किया जाएगा।'
वर्ष 2012 में जम्मू-कश्मीर में आलू की बढ़ी कीमतों को कम करने के लिए पाकिस्तान से आयात किया गया था।