शेयर बाजारों के लिए यह सप्ताह काफी हलचल भरा रहेगा। विशेषज्ञों का कहना है कि सप्ताह के दौरान बाजार की चाल तय करने में 2014-15 के आम बजट की महत्वपूर्ण भूमिका होगी।
इसके अलावा औद्योगिक उत्पादन के आंकड़ों और इंफोसिस के नतीजों से भी बाजार की दिशा तय होगी। सप्ताह के दौरान कंपनियों के जून में समाप्त पहली तिमाही के नतीजों की घोषणा की शुरआत होगी। 11 जुलाई को इंफोसिस के साथ तिमाही नतीजे आने शुरू होंगे। मई के औद्योगिक उत्पादन (आईआईपी) के आंकड़े शुक्रवार को जारी होंगे।
बाजार सूत्रों ने कहा कि ज्यादातर निवेशक चाहे वे घरेलू हों अथवा वैश्विक, को 2014-15 के आम बजट का बेताबी से इंतजार है। बजट से एक दिन पहले वित्त मंत्रालय वर्ष 2013-14 का आर्थिक सर्वेक्षण पेश करेगा। रेल मंत्री सदानंद गौड़ा मंगलवार को रेल बजट पेश करेंगे।
रेलिगेयर सिक्योरिटीज लिमिटेड के खुदरा वितरण के अध्यक्ष जयंत मांगलिक ने कहा, इस उम्मीद में कि वित्त मंत्री आर्थिक विकास को गति देने के उद्देश्य से बजट में उपायों की घोषणा करेंगे। 10 जुलाई को आम बजट की घोषणा से पहले शेयर मूल्यों में तेजी रह सकती है।
मांगलिक ने कहा विभिन्न आगामी घटनाक्रमों पर विचार करते हुए बाजार में काफी उतार चढ़ाव रह सकता है और इसीलिए किसी को भी सख्ती से जोखिम प्रबंधन नियमों का विकल्प अपनाना चाहिए। विशेषज्ञों ने कहा कि मोदी सरकार अपना पहला बजट प्रस्तुत करने की तैयारी में है, वहीं बाजार के कारोबारियों की सरकार के सुधारों और विकास के जुमलों के मद्देनजर बजट पूर्व तेजी पर उम्मीदें गड़ी हुई हैं।
एमप्लस कंसल्टिंग के प्रबंध निदेशक प्रवीण निगम ने कहा, बजट के बाद जहां तक पूंजी बाजार से अपेक्षाओं का संबंध है किसी बड़ी हलचल की उम्मीद नहीं है, लेकिन विशेषकर बुनियादी ढांचा, स्वास्थ्य और रक्षा क्षेत्रों के शेयरों में तेजी का रुख देखने को मिल सकता है। कारोबारियों की निगाह मॉनसून की प्रगति पर भी होगी।
मांगलिक ने कहा, हमारा मानना है कि सेंसेक्स में सोमवार को भी तेजी देखने को मिलेगी। नरेंद्र मोदी सरकार के पहले बजट में मजबूत आर्थिक सुधारों की उम्मीद में पिछले सप्ताह बाजार नई रिकॉर्ड ऊंचाई को छू गया।