वरुण बेवरेजेज के बोर्ड ने QIP यानी क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल प्लेसमेंट के जरिए 7,500 करोड़ रुपये तक जुटाने को मंजूरी दे दी है. इस पैसे को कंपनी एक से अधिक किश्तों में जुटाएगी.
कंपनी के शेयरहोल्डर्स ने बैलेट पेपर के जरिए वोटिंग से इस फैसले को मंजूरी दी है.
पेप्सिको की सबसे बड़ी बॉटलर कंपनी जुटाए गए फंड का इस्तेमाल अपने ग्रोथ और विस्तार पर करेगी. QIP कब खुलेगा और कंपनी की क्या शर्ते होंगी इन सभी बातों की जानकारी मंजूरी मिलने के बाद साझा की जाएगी.
HSBC ग्लोबल रिसर्च ने कंपनी को 780 रुपये प्रति शेयर के लक्ष्य के साथ 'BUY' रेटिंग दी है. जो मौजूदा भाव से करीब 30% की संभावित बढ़त को दिखाता है. ब्रोकरेज को उम्मीद है कि, वरुण बेवरेजेज पेप्सिको की सबसे बड़ी बॉटलर बनने का रिकॉर्ड बनाएगी. कार्बोनेटेड सॉफ्ट ड्रिंक्स में बाजार की 28% हिस्सेदारी के साथ स्टिंग एनर्जी के नाम से एनर्जी ड्रिंक में उतर रही है. स्टिंग, सॉफ्ट ड्रिंक्स की तुलना में थोड़ी महंगी होती है, लेकिन रेड बुल और मॉन्स्टर जैसे कंपटीटर्स की तुलना में काफी कम है.
कंपनी के शेयरों में कारोबार के दौरान 2.75% की तेजी आई और से NSE पर 606.20 रुपये प्रति शेयर पर पहुंच गया. सुबह 10 बजकर 15 मिनट पर बेंचमार्क निफ्टी 50 में 0.62% की बढ़त के मुकाबले यह 1% की बढ़त के साथ 595.90 रुपये प्रति शेयर पर कारोबार कर रहा था
बीते एक साल की बात करें तो इसके शेयरों में 60.40% का उछाल आया है.
ब्लूमबर्ग के आंकड़ों के मुताबिक, वरुण बेवरेजेज पर नज़र रखने वाले 23 विश्लेषकों में से 20 ने इस शेयर को 'BUY' रेटिंग दी है. और 3 ने इसे "होल्ड" करने की सलाह दी है.
वरुण बेवरेजेस लिमिटेड एक भारतीय मल्टीनेशनल कंपनी है. जिसकी स्थापना साल 1995 में RJ कॉर्प की सहायक कंपनी के तौर पर हुई थी. ये कंपनी कोल्ड ड्रिंक बनाती है, उनकी पैकिंग और डिस्ट्रीब्यूशन करती है. ये अमेरिका के बाद दुनिया की सबसे बड़ी पेप्सिको की कोल्ड ड्रिंक कंपनी है. ये पेप्सिको के कार्बोनेटेड सॉफ्ट ड्रिंक्स जैसे पेप्सी , 7 अप , माउंटेन ड्यू और मिरिंडा के अलावा , कंपनी ट्रॉपिकाना और ट्रॉपिकाना स्लाइस फ्रूट जूस ब्रांड और बोलतबंद पानी का डिस्ट्रिब्यूशन करती है.