दिल्ली के शाहदरा निवासी राजदेव सिंह एक प्राइवेट बैंक से रिटायर हो चुके हैं. 61 साल के राजदेव रिटायरमेंट के बाद बेंगलुरु से शाहदरा आ गए और रेलवे स्टेशन के करीब अपने घर में रहने लगे. लेकिन पिछले एक-डेढ़ महीने में उन्हें दिल्ली की सुबह दमघोंटू लगने लगी है.
बेहद खराब एयर क्वालिटी के चलते पिछले कई दिनों से वे सुबह की सैर के लिए घर से नहीं निकल पाते और अब वे दिल्ली से करीब 250 किमी दूर काशीपुर (उत्तराखंड) में घर बनाने के लिए प्लॉट ढूंढ रहे हैं.
दिल्ली छोड़ किसी दूसरे शहर में बसने की सोच रखने वाले राजदेव सिंह अकेले व्यक्ति नहीं हैं. हजारों दिल्लीवासी ऐसा चाहते हैं. वजह- खराब वायु गुणवत्ता (Poor Air Quality) और प्रदूषण (Pollution). दिल्ली की तरह लाखों मुंबईकर्स की भी ऐसी ही चाहत है. वे भी शहर छोड़ कहीं दूर ऐसी जगह बसना चाहते हैं, जहां उन्हें साफ हवा मिल सके.
हेल्थ सर्विस प्रोवाइडर प्रिस्टिन केयर (Pristyn Care) के सर्वे के अनुसार, दिल्ली और मुंबई में रहने वाले 10 में से 6 लोग यानी 60% आबादी दोनों शहरों में बिगड़ती हवा (Air Quality) के चलते शहर छोड़ कहीं और रिलोकेट होना चाहती है. 4,000 लोगों पर किए गए सर्वे के मुताबिक, 10 में 9 लोगों का मानना है कि दिल्ली-मुंबई की हवा खराब हो रही है.
10 में से 9 लोग खराब एयर क्वालिटी के चलते लगातार खांसी, सांस लेने में तकलीफ, गले में खराश, घरघराहट, आंखों में खुजली, जलन और पानी आने जैसे लक्षण महसूस कर रहे हैं. सर्वे के निष्कर्षों ने मुख्य रूप से सर्दियाें के दौरान खराब होती एयर क्वालिटी और लोगों के स्वास्थ्य पर पड़ने वाले प्रभावों पर ध्यान दिलाया.
सर्वे के अनुसार, 40% लोगों ने कहा कि सर्दियों के दौरान उनके परिजनों में सांस लेने में तकलीफ, अस्थमा और ब्रोंकाइटिस जैसी दिक्कतें पहले के मुकाबले बढ़ी हैं.
रिपोर्ट में कहा गया कि दिल्ली और मुंबई में 10 में से 4 लोग हर साल या कम से कम कुछेक साल के अंतराल में वायु प्रदूषण से संबंधित स्वास्थ्य समस्याओं के लिए इलाज की तलाश करते हैं.
सर्वे के दौरान लोगों से ये भी पूछा गया कि बिगड़ती हवा और पॉल्यूशन से निपटने के लिए फिलहाल वे क्या उपाय कर रहे हैं और उनकी लाइफस्टाइल में क्या बदलाव हुए हैं.
35% लोगों ने कहा कि उन्होंने एक्सरसाइज, जिम और मॉर्निंग वॉक या दौड़ने जैसी बाहरी गतिविधियां बंद कर दी हैं.
30% लोगों ने कहा कि उन्होंने घर से बाहर निकलने पर मास्क पहनना शुरू कर दिया है और वे सावधानी बरत रहे हैं.
दिल्ली और मुंबई में 27% लोगों ने एयर प्यूरिफायर का इस्तेमाल करने की बात स्वीकार की.
जानकर आश्चर्य होगा कि 43% लोगों के मन में एयर प्यूरिफायर को लेकर गलत धारणा है. वे मानते हैं कि इसके इस्तेमाल से इम्यूनिटी कम हो जाती है.
सर्दियों के मौसम में हर साल दिल्ली-NCR, मुंबई, लखनऊ, पटना, मेरठ समेत कई शहरों की हवा बेहद खराब हो जाती है. इन शहरों में AQI बेहद खराब स्तर तक पहुंच जाती है और सरकारों को स्कूल बंद करने, निर्माण कार्यों पर प्रतिबंध लगाने, पराली जलाने, पटाखे फोड़ने, कुछ वाहनों के शहर में प्रवेश पर रोक लगाने समेत कई तरह की पाबंदियां लागू करनी पड़ती हैं.