बर्नस्टीन ने इंडियन एनर्जी एक्सचेंज IEX को 'अंडरपरफॉर्म' रेटिंग दी है. ब्रोकरेज ने ये रिपोर्ट कंपनी के शेयरों में आई बड़ी गिरावट के बाद दिया है. हालांकि इस डाउनग्रेड की वजह भारतीय बिजली बाजार में रेगुलेटरी नियमों में बदलाव है. इसमें भी "मार्केट कपलिंग" का लागू होना बड़ी वजह है.
बर्नस्टीन IEX की रेटिंग को 'मार्केट परफॉर्म' से घटाकर 'अंडरपरफॉर्म' कर दिया है और इसका टारगेट ₹122 से घटाकर ₹99 कर दिया है. इस डाउनग्रेड की दो बड़ी वजहें हैं.
मार्केट कपलिंग का प्रभाव: CERC (सेंट्रल इलेक्ट्रिसिटी रेगुलेटरी कमीशन) ने हाल ही में 'मार्केट कपलिंग' को मंजूरी दी है, जिसे जनवरी 2026 से चरणबद्ध तरीके से लागू किया जाएगा. मार्केट कपलिंग एक ऐसी व्यवस्था है जहां सभी बिजली एक्सचेंजों से बोलियों को एक साथ पूल किया जाएगा और एक सेंट्रलाइज सिस्टम से एक समान कीमत तय की जाएगी.
IEX का दबदबा खत्म: अब तक बिजली के स्पॉट बाजार में IEX का लगभग 85% का दबदबा है, जिसका मुख्य कारण इसकी बेहतर प्राइस डिस्कवरी और भरोसेमंद प्लेटफॉर्म है. मार्केट कपलिंग से ये फायदा खत्म हो जाएगा क्योंकि सभी प्लेटफॉर्म पर कीमतें एक समान होंगी, जिससे IEX का मार्केट शेयर और लेनदेन की फीस पर असर पड़ेगा.
बर्नस्टीन का मानना है कि मार्केट कपलिंग IEX के बिजनेस मॉडल को "खराब" कर देगा. उनका कहना है कि IEX रेगुलेटर के आदेश को चुनौती नहीं दे पाएगा, क्योंकि ये 2021 के बिजली बाजार नियमों के हिसाब से है.
शेयरों पर असर
IEX का शेयर आज भी गिराटव के साथ कारोबार कर रहा है. सुबह 10 बजे तक ये करीब 4 परसेंट गिरकर 133 के आस-पास कारोबार कर रहा है.