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अदाणी ग्रीन एनर्जी पर क्‍यों बुलिश है मैक्‍वायरी? दी आउटपरफॉर्म रेटिंग, 2,600 रुपये तक जा सकता है शेयर

मैक्‍वायरी के अनुसार, कंपनी की रिन्युएबल एनर्जी विस्तार योजना इसे भारत की ऊर्जा क्रांति में अग्रणी बना सकती है.
NDTV Profit हिंदीNDTV Profit डेस्क
NDTV Profit हिंदी09:00 AM IST, 13 Mar 2025NDTV Profit हिंदी
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रिन्‍युएबल एनर्जी सेक्‍टर में अदाणी ग्रुप की कंपनी अदाणी ग्रीन एनर्जी (Adani Green Energy Ltd.) पर मैक्‍वायरी इक्विटी रिसर्च, काफी बुलिश है. इसने अदाणी ग्रीन एनर्जी को 'आउटपरफॉर्म' रेटिंग दी है.

मैक्‍वायरी ने कंपनी के लिए 1,200 रुपये का टारगेट प्राइस तय किया है, जबकि अगर कंपनी अपने सारे टारगेट्स पूरा पूरा करती है, तो शेयर 2,600 रुपये तक जा सकता है. ये मौजूदा स्तर से 200% बढ़त दर्शाता है.

क्यों बुलिश है मैक्‍वायरी?

मैक्‍वायरी के अनुसार, अदाणी ग्रीन एनर्जी की तेजी से बढ़ने की क्षमता, मजबूत नकदी प्रवाह (कैश फ्लो) और कर्ज को मैनेज करने की कुशलता इसे एक बेहतरीन निवेश विकल्प बनाती है. कंपनी की रिन्युएबल एनर्जी विस्तार योजना इसे भारत की ऊर्जा क्रांति में अग्रणी बना सकती है.

भविष्य की क्‍या है योजनाएं?

मैक्‍वायरी इक्विटी रिसर्च ने अदाणी ग्रीन के फ्यूचर प्‍लान्‍स पर फोकस किया है और निवेशकों का भी ध्‍यान आकृष्‍ट किया है. इसके अनुसार, कंपनी अभी 12GW की उत्पादन क्षमता रखती है और इसे 2030 तक 50GW तक बढ़ाने की योजना है. ये लक्ष्य भारत के 2030 तक 500GW रिन्युएबल एनर्जी उत्पादन के लक्ष्य के अनुरूप है.

  • मैक्‍वायरी ने अपने बेस केस में कंपनी की क्षमता 30GW तक पहुंचने का अनुमान लगाया है.

  • ये विस्तार खावड़ा सुपर-साइट और बेहतर तकनीक से उपयोग दर (Utilization Rate) बढ़ाकर संभव होगा.

वित्तीय प्रदर्शन का अनुमान

  • अगले 5 वर्षों में EBITDA में 25% की वार्षिक वृद्धि (CAGR) का अनुमान.

  • सालाना $1.8 बिलियन (लगभग 15,000 करोड़ रुपये) का ऑपरेटिंग कैश फ्लो उत्पन्न करने की उम्मीद.

  • अगर कंपनी 50GW का लक्ष्य हासिल करती है, तो 40% CAGR तक की बढ़त संभव होगी.

जोखिम और चुनौतियां

तमाम संभावनाओं और सकारात्‍मक संकेतों से इतर कंपनी को कुछ चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है:

  • उच्च कर्ज (Debt) की समस्या

  • फंडिंग और रिफाइनेंसिंग में दिक्कतें

  • नियमों से जुड़ा जोखिम (Regulatory Risks)

  • इन्फ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स में देरी

मैक्‍वायरी ने 2027 तक 1,200 रुपये के टारगेट को 17.5x EV/EBITDA वैल्यूएशन के आधार पर तय किया है. अगर कंपनी अपनी विस्तार योजनाओं को तेज गति से लागू करती है और 50GW क्षमता का लक्ष्य समय पर हासिल कर लेती है, तो इसका शेयर 2,600 रुपये तक जा सकता है.

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