अदाणी ग्रुप (Adani Group) के खिलाफ फाइनेंशियल टाइम्स (Financial Times) की हालिया रिपोर्ट को केंटर फिजगेराल्ड (Cantor Fitzgerald) ने खारिज किया है. फाइनेंशियल टाइम्स ने अपनी ताजा रिपोर्ट में आरोप लगाया है कि अदाणी ग्रुप ने साल 2013 में खराब क्वालिटी के कोयले को इंपोर्ट किया और उसे महंगे दाम पर बेचा.
केंटर फिजगेराल्ड ने फाइनेंशियल टाइम्स के इन आरोपों को पुराने मामले को लेकर मचाया जाने वाला शोर करार दिया है. बाजार ने भी इस रिपोर्ट को कोई तवज्जो नहीं दी और अदाणी एंटरप्राइजेज बीते दिन 8.19% चढ़कर बंद हुआ था. इसके साथ ही अदाणी ग्रुप की सभी 10 कंपनियां हरे निशान पर बंद हुईं और ग्रुप का ओवरऑल मार्केट कैप 17 लाख करोड़ रुपये के पार पहुंच गया .
फाइनेंशियल सर्विसेज फर्म केंटर फिजगेराल्ड ने अदाणी ग्रुप से इस रिपोर्ट को लेकर बात की, जिसमें ग्रुप ने एक नोट के जरिए कोयले के प्रोक्योरमेंट और उसे प्रदेश की इकाइयों को बेचने के बारे में जानकारी दी.
केंटर फिजगेराल्ड ने एक नोट में कहा है कि FT रिपोर्ट में आरोप लगाया गया था कि अदाणी ग्रुप ने सस्ते दाम पर खराब क्वालिटी का कोयला खरीदा और फिर सरकारी इकाइयों को यही कोयला महंगे दाम पर बेचा. अदाणी ग्रुप ने बताया कि अगर उसने 5,800 से 6,700 की ग्रॉस कैलोरिफिक वैल्यू पर कोयले की सप्लाई की होती, तो उसे भारी जुर्माना देना होता, ये जुर्माना पहले से तय की गई राशि से काटा जाता.
इसके साथ ही, सप्लाई किए गए कोयले की क्वालिटी खरीदने वाली तमिलनाडु जेनेरेशन एंड डिस्ट्रिब्यूशन कॉरपोरेशन की ओर से चेक की गई थी. इससे पता चलता है कि फाइनेंशियल टाइम्स की रिपोर्ट का कोई आधार नहीं है, नहीं तो इसका असर पेमेंट पर साफ नजर आता.
फाइनेंशियल टाइम्स की रिपोर्ट रेवेन्यू इंटेलीजेंस के डायरेक्टोरेट (DRI) को आधार मानकर बनाई गई है, जिसके मुताबिक, 2012-14 के दौरान कोयला इंपोर्ट करने वाले सभी इंपोर्टर्स पर कस्टम से बचने के लिए कोयले की क्वालिटी पर गलत जानकारी देने का दावा किया था. अदाणी ग्रुप ने केंटर फिजगेराल्ड को बताया कि ये रिपोर्ट भी कस्टम के दिए बयान से बिल्कुल उलट है.
गुरुवार को अदाणी एंटरप्राइजेज का शेयर 8.19% चढ़कर 3,398.20 पर बंद हुआ था.