RIL Shares: गोल्डमैन सैक्स (Goldman Sachs) ने रिलायंस इंडस्ट्रीज (Reliance Industries) के लिए टारगेट प्राइस घटाया है. उसने ऑयल टू केमिकल ग्रुप के लिए BUY रेटिंग बरकरार रखी है. गुरुवार को जारी एक नोट में ब्रोकरेज ने कंपनी के टागरेट प्राइस (Target Price) को 1,630 करोड़ से घटाकर 1,595 कर दिया. उसने कहा कि हमें लगता है कि RIL के शेयरों में अब बिकवाली जरूरत से ज्यादा हो चुकी है. क्योंकि शेयर की कीमत अब हमारे बीयर केस से करीब है.
गोल्डमैन सैक्स FY26 में RIL के रिटर्न में बढ़ोतरी को लेकर आशावादी है. टेलीकॉम सब्सिडियरी के रिटर्न दिखने भी लगे हैं. उसे EBITDA में सालाना 24% ग्रोथ की उम्मीद है.
ब्रोकरेज को उम्मीद है कि कैश रिटर्न ऑन कैप या CROCI में FY26 के दौरान 110 बेसिस पॉइंट्स की बढ़ोतरी होगी. उसे FY27 में और 75 बेसिस पॉइंट्स का इजाफा होने का अनुमान है.
गोल्डमैन सैक्स के आशावादी रुख के पीछे रिफाइनिंग मार्जिन में सुधार, FY26 में टेलीकॉम टैरिफ में बढ़ोतरी, FY26 से रिटेल टॉप लाइन ग्रोथ की वापसी और नए एनर्जी गीगा कॉम्पलैक्स की शुरुआत का अनुमान है.
मॉर्गन स्टैनली ने बुधवार को जारी एक नोट में OVERWEIGHT रेटिंग रखी है. उसने टारगेट प्राइस 1,662 रुपये तय किया था.
हालांकि उसे दिसंबर तिमाही में कंपनी का EBITDA फ्लैट बने रहने की उम्मीद है. उसके मुताबिक टेलीकॉम टैरिफ में बढ़ोतरी और वैश्विक तेल बाजार में सख्ती से भी असर पड़ा है.
वहीं बर्नस्टीन ने RIL के लिए 1,520 रुपये का टारगेट प्राइस रखा है. ये 25% अपसाइड दिखाता है. उसने कहा कि मुश्किल 2024 के बाद हमें 2025 में रिलायंस के लिए बेहतर स्थिति लगती है.
ब्रोकरेज के मुताबिक 2025 कंपनी के लिए रिकवरी साइकिल होगी. जियो के एवरेज रेवेन्यू पर यूजर में 12% की बढ़ोतरी, रिटेल बिजनेस में डबल डिजिट EBITDA ग्रोथ और ग्रॉस रिफाइनिंग मार्जिन में बढ़ोतरी से मदद मिलेगी.
गुरुवार को कंपनी का शेयर 0.69% की गिरावट के साथ 1,256.8 रुपये पर बंद हुआ. शेयर में पिछले 12 महीनों के दौरान 2.75% की गिरावट आई है.