देश में समृद्धि बढ़ रही है. बड़ी संख्या में लोग अमीर हो रहे हैं. इनकम टैक्स रिटर्न फाइलिंग, बैंक डिपॉजिट्स, क्रेडिट कार्ड, ब्रॉडबैंड कनेक्शन के बढ़ते आंकड़े इस बात की तस्दीक करते हैं कि देश में अमीर लोगों यानी संपन्न उपभोक्ताओं (Affluent Consumers) की संख्या तेजी से बढ़ रहा है.
जानी-मानी ब्रोकरेज फर्म गोल्डमैन सैक्स का अनुमान है कि वर्ष 2019 से 2023 के बीच संपन्न उपभोक्ता वर्ग देश की आबादी के 1% CAGR की तुलना में 12% CAGR से बढ़ा है.
यानी समृद्ध लोगों की आबादी सालाना 12% बढ़ रही है और यही रफ्तार जारी रही तो 2027 तक ये वर्ग 10 करोड़ कंज्यूमर्स तक बढ़ जाएगा. ब्रोकरेज फर्म ने ऐसे लोगों को समृद्ध माना है, जिनकी सालाना आय 10,000 डॉलर या करीब 8.5 लाख रुपये से ज्यादा है.
अब, जबकि देश में संपन्न कंज्यूमर ग्रुप का आकार बढ़ रहा है तो लाइफस्टाइल में सुधार के साथ जरूरतें भी उसी रफ्तार से बढ़ रही हैं. जैसे- घर से बाहर खाना, घूमना-फिरना, ब्रैंडेड कपड़े-फुटवियर्स और अन्य प्रोडक्ट्स इस्तेमाल करना, ज्वैलरी, नई गाड़ियां खरीदना. इन चीजों पर लोगों का खर्च बढ़ रहा है.
गोल्डमैन सैक्स (Goldman Sachs) ने इसी को लेकर The Rise of ‘Affluent India’ नाम से रिपोर्ट जारी की है और बताया है कि देश की कई कंपनियाें अमीर लोगों की बढ़ती आबादी का फायदा हो सकता है.
वैसे तो कई कंपनियां हैं, जिन्हें देश में बढ़ती समृद्धि से फायदा हो सकता है, लेकिन ब्रोकरेज फर्म ने खास तौर से ऐसे 8 स्टॉक्स चुने हैं, जो अपने सेगमेंट की मार्केट लीडर हैं और उनका बिजनेस ट्रैक रिकॉर्ड भी जबरदस्त है.
टाटा ग्रुप की इस कंपनी के पास महंगी घड़ियों, ज्वैलरी और आईकेयर बिजनेस में अच्छी हिस्सेदारी है.
ज्वैलरी सेगमेंट में कंपनी के पास 8% का मार्केट शेयर है, जबकि प्रोडक्ट की कीमतें भी बाकी कंपनियों के मुकाबले प्रीमियम पर हैं.
कंपनी अपनी रेंज, एक्सचेंज ऑफर और ट्रांसपेरेंट पॉलिसी के दम पर एक प्रीमियम ब्रैंड बनकर उभरी है.
गोल्डमैन सैक्स के मुताबिक, समृद्ध उपभोक्ताओं की बढ़ती संख्या और नए मार्केट में विस्तार से कंपनी को काफी फायदा मिलेगा.
FY24 से FY27 के दौरान देश की 'ट्रैवल और टूरिज्म इंडस्ट्री' 13% की रफ्तार से बढ़ने का अनुमान है. वहीं ऑनलाइन ट्रैवल इंडस्ट्री 15% की रफ्तार से बढ़ सकती है.
गोल्डमैन सैक्स का कहना है कि चूंकि मेकमायट्रिप देश की सबसे बड़ी ऑनलाइन ट्रैवल प्लेटफॉर्म है और इसके पास करीब 50% मार्केट शेयर है, तो ऐसे में ऑनलाइन होटल और फ्लाइट बुकिंग में तेजी का सबसे ज्यादा फायदा इसी कंपनी को होने की उम्मीद है.
FY24 से FY27 के बीच कंपनी की आय सालाना 20% और प्रॉफिट सालाना 35% की दर से बढ़ने की उम्मीद है.
हाल के वर्षों में बदलते-बिगड़ते लाइफस्टाइल के चलते इनसे जुड़ी बीमारियां भी बढ़ रही है. ऐसे मर्ज के मरीजों की बढ़ती संख्या के बीच अपोलो हॉस्पिटल्स का महत्व बढ़ता है, जो एक मजबूत ब्रैंड है.
अपोलो के पास 13,000 से ज्यादा प्रैक्टिसनर डॉक्टर्स हैं. इसका प्रति ऑक्यूपेड बेड का रेवेन्यू भी सबसे ज्यादा है. अपोलो ने फॉर्मेसी और क्लीनिक पर भी अपना फोकस बढ़ाया है.
चूंकि इंश्योरेंस कवर्ड फैमिली बड़े अस्पतालों में इलाज कराना पसंद करती हैं, सो हेल्थ इंश्योरेंस को लेकर बढ़ती जागरुकता का भी फायदा अपोलो को मिल सकता है.
कंपनी के पास देश के कई शहरों में बड़े-बड़े शॉपिल मॉल है. जिस तरह लोगों के खर्च करने की क्षमता बढ़ रही है, उसे देखते हुए इस स्टॉक की अच्छी-खासी ग्रोथ की उम्मीद है.
ब्रोकरेज फर्म के मुताबिक, FY23 से FY27 के बीच इसके मॉल पोर्टफोलियो का ऑपरेटिंग प्रॉफिट ग्रोथ करीब 25% रहने का अनुमान है.
कंपनी को उसके पुराने मॉल से टैक्स के बाद 15% का रिटर्न ऑन कैपिटल एंप्लॉयड भी मिल रहा है और पर्याप्त कैश, कंपनी को नए मॉल्स में पैसा लगाने की हिम्मत दे रहा है.
बढ़ती कमाई और बदलते लाइफस्टाइल के साथ ऑनलाइन फूड और ग्रॉसरी मंगाने की आदत भी लोगों में खूब बढ़ी है.
हर महीने करीब 3 करोड़ लोग ऑनलाइन फूड और ग्रॉसरी ऑर्डर कर रहे हैं. ये संख्या आने वाले वर्षों में और बढ़ेगी.
गोल्डमैन सैक्स का अनुमान है कि ऑनलाइन फूड और ग्रॉसरी इंडस्ट्री के ग्रॉस ऑर्डर वैल्यू भविष्य में 35% तक ग्रोथ देखने को मिल सकती है.
चूंकि जोमैटो इस सेक्टर की अग्रणी कंपनी है और इसके पास ऑनलाइन ग्रॉसरी डिलीवरी कंपनी ब्लिंकिट भी है, सो इसे ज्यादा फायदा संभावित है.
वैसे तो कंपनी बाइक से लेकर ट्रैक्टर और ढेरों ऑटोमाेबाइल पार्ट्स के बिजनेस में है, लेकिन युवाओं के बीच इसकी पहचान रॉयल एनफील्ड से है.
रॉयल एनफील्ड बाइक, युवाओं और बाइक के शौकीनों के लिए एक 'क्लास' है. इसकी कीमत बाकी कंपनियों की बाइक्स के मुकाबले करीब 3 गुना होती है.
300CC या अधिक वाले बाइक सेगमेंट में कंपनी का दबदबा कायम है. कभी 2 रुपये के कीमत वाला शेयर आज 3,870 रुपये के पार पहुंच चुका है.
गोल्डमैन सैक्स ने देवयानी इंटरनेशनल (Devyani International) और सैफायर फूड्स (Sapphire Foods) को एक साथ रखा है. कारण कि दोनों का बिजनेस एक जैसा है और दोनों अपने सेक्टर की लीडर्स में शामिल हैं.
दोनों कंपनियों के पास देश के अलग-अलग हिस्सों में केएफसी की फ्रेंचाइजी है, जिसे यूथ काफी पंसद करता है.
गोल्डमैन सैक्स का मानना है कि KFC के पास देश में ग्रोथ की काफी संभावनाएं है. इसी के चलते ब्रोकरेज का दोनों ही कंपनियों पर जोर है.
देश की बढ़ती समृद्धि के बीच गोल्डमैन सैक्स ने इन 8 कंपनियों पर भरोसा जताया है. इन कंपनियों के शेयरों के प्रति ब्रोकरेज फर्म बुलिश है और उसका मानना है कि अपने सेगमेंट की इन अग्रणी कंपनियों को उनकी पॉलिसी, प्रोडक्ट्स, मार्केट पोटेंशियल और ग्राहक वर्ग के बीच कायम भरोसे का फायदा मिलेगा.