ADVERTISEMENT

62 साल में पहली बार! एग्जिट पोल के बाद MOFSL ने ब्रैंड मोदी और मार्केट बूम पर क्‍या कहा? टॉप पिक्‍स भी जानिए

मोतीलाल ओसवाल ने NDA को 370 सीटें मिलने का अनुमान जताया है. इसे इकोनॉमी और कैपिटल मार्केट्स के लिए शुभ संकेत बताया है.
NDTV Profit हिंदीनिलेश कुमार
NDTV Profit हिंदी04:50 PM IST, 02 Jun 2024NDTV Profit हिंदी
NDTV Profit हिंदी
NDTV Profit हिंदी
Follow us on Google NewsNDTV Profit हिंदीNDTV Profit हिंदीNDTV Profit हिंदीNDTV Profit हिंदीNDTV Profit हिंदीNDTV Profit हिंदीNDTV Profit हिंदीNDTV Profit हिंदीNDTV Profit हिंदीNDTV Profit हिंदी

MOTILAL OSWAL ON EXIT POLLS: लोकसभा चुनाव 2024 के नतीजे 4 जून को आने वाले हैं और इससे पहले तमाम एग्जिट पोल्‍स 'मोदी 3.0' युग की भविष्‍यवाणी कर चुके हैं. सीटें कम या ज्‍यादा हो सकती हैं, लेकिन ये तय माना जा रहा है कि एक बार फिर नरेंद्र मोदी के नेतृत्‍व में NDA की सरकार बनेगी. ब्रोकरेज हाउस और मार्केट एक्‍सपर्ट्स इसे इकोनॉमिकली पॉजिटिव साइन के तौर पर देख रहे हैं.

मोतीलाल ओसवाल (Motilal Oswal Financial Services) ने एक स्‍ट्रैटेजी नोट में BJP की अगुवाई वाले NDA को 370 सीटें मिलने का अनुमान जताया है. इसे इकोनॉमी और कैपिटल मार्केट्स के लिए शुभ संकेत बताया है. ब्रोकरेज हाउस ने निवेश के लिए लार्ज कैप और मिड कैप में कुछ स्‍टॉक्‍स भी सुझाए हैं.

'1962 के बाद पहली बार'

MOFSL ने नोट में कहा, 'अगर वास्‍तविक नतीजे, एग्जिट पोल्‍स के अनुमान की तरह आते हैं तो ये 1960 के दशक के बाद पहली बार ऐसा होगा, जब कोई मौजूदा प्रधानमंत्री लगातार तीसरे कार्यकाल के लिए 'कंफर्टेबल मेजॉरिटी' के साथ सत्ता में लौट रहे हैं.'

पिछली बार ऐसा 1960 के दशक में हुआ था, जब देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने 1952 और 1957 के बाद 1962 में तीसरी बार लोकसभा चुनाव जीता था और सरकार बनाई थी.

MOFSL ने कहा, 'अगर BJP एग्जिट पोल्‍स के मुताबिक, 325 सीटें जीतती है, तो ये अभूतपूर्व प्रदर्शन होगा. 2014 में 282 और 2019 में 303 सीटें जीतने वाली BJP लगातार अपनी पिछली उपलब्धि को पार कर जाएगी.'

ब्रैंड मोदी का वर्चस्‍व

ब्रोकरेज हाउस ने कहा, 'प्रचंड बहुमत के साथ BJP की जीत एक बार फिर ब्रैंड मोदी के राजनीतिक वर्चस्‍व (Political Supremacy) को स्‍थापित करेगा. ब्रैंड मोदी लगातार भरोसे के साथ बहुमत हासिल कर, साथ ही अपने प्रमुख प्रतिद्वंदी कांग्रेस को काफी नीचे तक सीमित रखेगा. विपक्ष के हाशिए पर जाने से उनमें संगठनात्‍मक कमजोरी भी आएगी.'

MOFSL ने कहा कि बड़े जनादेश का असर, आने वाले दिनों में विधानसभा चुनावों के अगले दौर यानी अक्टूबर-नवंबर 2024 में महाराष्ट्र और हरियाणा में भी पड़ सकता है.'

UCC जैसे बड़े फैसलों पर नजर!

2019 में जम्‍मू-कश्‍मीर से 370 हटाने के फैसले का उदाहरण देते हुए ब्रोकरेज हाउस ने कहा, 'ये जीत BJP के पॉलिटिकल कैपिटल को बढ़ावा देगी और बड़े कठिन फैसले लेने में मदद करेगी. ये मुद्दा, पार्टी की स्‍थापना के बाद से प्रमुख एजेंडे में शामिल था.' MOFSL ने समान नागरिक संहिता(UCC), एक देश-एक चुनाव (One Nation One Election), कृषि कानूनों को फिर से लागू करने जैसे कठिन एजेंडे को संभावित फैसलों में शामिल किया है.

इकोनॉमी और मार्केट में बूम

मोतीलाल ओसवाल ने कहा कि PM मोदी और BJP की जीत, इकोनॉमी और मार्केट के लिए शुभ संकेत होगी, क्‍योंकि इससे एक पार्टी की बहुमत वाली सरकार के साथ नीति-निर्माण (Policy Making) में स्थिरता और निरंतरता आएगी. ऐसे में उम्मीद की जाएगी कि सरकार अपने आर्थिक एजेंडे को आगे बढ़ाए.

इक्विटी मार्केट्स ने हाल ही में पॉलिटिकल अनसर्टेनिटी यानी राजनीतिक अनिश्चितता को लेकर कुछ चिंता और घबराहट दिखाई थी, जिसके चलते अप्रैल और मई 2024 में वॉलेटिलिटी देखी गई थी.

हालांकि ब्रोकरेज हाउस ने इकोनॉमिक ग्रोथ, GDP, GST कलेक्‍शन, कम वित्तीय घाटे, रिकॉर्ड पर रिकॉर्ड बनाते मार्केट और अन्‍य पॉजिटिव डेटाज के आधार पर कहा कि भारत अपने खुद के मिनी-गोल्डीलॉक्स मोमेंट का गवाह बन रहा है.

मोतीलाल ओसवाल के मुताबिक, 'स्‍पष्‍ट जनादेश के साथ, बाजार राहत की सांस लेंगे और सामान्‍य रूप से बिजनेस मोड पर वापस आ जाएंगे.'

मोतीलाल ओसवाल के टॉप पिक्‍स

ब्रोकरेज हाउस ने कहा, 'अर्निंग ग्रोथ की कंसिस्‍टेंट बैकड्रॉप के बीच हमारा मॉडल पोर्टफोलियो, प्रमुख डोमेस्टिक साइक्लिकल थीम्‍स को रेखांकित करता है. हम फाइनेंशियल, कंजप्‍शन, इंडस्ट्रियल और रियल एस्टेट पर ओवरवेट (Overweight) बने हुए हैं और निवेश के लिए ये हमारे पसंदीदा सेक्‍टर हैं.'

मोतीलाल ओसवाल ने लार्ज कैप में 9 और मिड कैप में 7 स्‍टॉक्‍स सुझाए हैं.

लार्ज कैप:- ICICI बैंक, SBI, L&T, कोल इंडिया, M&M, अदानी पोर्ट्स, ABB, HPCL और हिंडाल्को

मिड कैप:- इंडियन होटल्स, गोदरेज प्रॉपर्टीज, ग्लोबल हेल्थ, KEI इंडस्ट्रीज, PNB हाउसिंग, सेलो वर्ल्ड और किर्लोस्कर ऑयल

(नोट: सिक्योरिटीज मार्केट में निवेश, मार्केट रिस्‍क के अधीन है. निवेश करने से पहले सभी बिंदुओं को ध्यान से पढ़ने और सोच-समझ कर फैसला लेने की सलाह दी जाती है.)

NDTV Profit हिंदी
फॉलो करें
ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT