Goldilocks Premium Research के गौतम शाह के मुताबिक अगले 6 महीनों तक गोल्ड और सिल्वर से मिलने वाला रिटर्न इक्विटीज के रिटर्न से ज्यादा हो सकता है.
BQ प्राइम के नीरज शाह को Goldilocks के फाउंडर और चीफ स्ट्रैटेजिस्ट ने बताया कि 'इक्विटी मार्केट में ऐसे कुछ पॉकेट्स होंगे, जहां मुनाफा ज्यादा होगा, लेकिन पूरे मार्केट से बहुत बड़े बदलावों की उम्मीद नहीं करनी चाहिए. इसको दिमाग में रखते हुए समझ लेना चाहिए कि गोल्ड और सिल्वर ऐसे एसेट क्लास हैं, जिन्हें आप अगले 3 से 6 महीने तक नजरअंदाज नहीं कर सकते.
मौजूदा जियोपॉलिटिकल रिस्क को देखते हुए गोल्ड और सिल्वर पर नजर रखना जरूरी हो जाता है.'
शाह ने कहा, 'जब भी गोल्ड में गिरावट दर्ज होती है और ये 1800 डॉलर की तरफ बढ़ता है, तो ये खरीदारी का अच्छा मौका होता है.'
शाह के मुताबिक, 'जियोपॉलिटिकल टेंशन के बीच, गोल्ड रेट के 2070 डॉलर के पार जाने पर ब्रेकआउट आएगा. बड़ा टारगेट अब भी 2300-2400 डॉलर पर बना हुआ है.' उनके मुताबिक गोल्ड और सिल्वर के साथ, बिटकॉइन और क्रूड में अपट्रेंड जारी रहेगा.
शाह के मुताबिक, इक्विटी मार्केट में जो डाउनट्रेंड आया है, वो आने वाले कई हफ्तों के लिए जारी रहेगा.
उनके मुताबिक, 'मार्केट मीडियम टर्म के लिए 20,200 की ऊंचाई पर पहुंचा, इस दौरान हम इक्विटीज पर सावधानी भरा रवैया लेकर चल रहे थे. भारत और दुनिया इस समय काफी उथल-पुथल से जूझ रहे हैं.'
उन्होने कहा, 'इकलौती पॉजिटिव चीज जिसे मैं देखता हूं वो घरेलू लिक्विडिटी है. सिस्टम में हर महीने जो 16,000 करोड़ रुपये आ रहे हैं, वो इसे ढहने और गिरने से बचाएंगे.'
मिड कैप और स्मॉल कैप स्टॉक्स निश्चित तौर पर दबाव में रहेंगे, बैंकिंग स्टॉक्स में कमतर प्रदर्शन आगे भी जारी रहेगा.
उनके मुताबिक मैन्युफैक्चरिंग, रियल एस्टेट और इंफ्रास्ट्रक्चर जैसे सेगमेंट में पैसा लगाने वालों को अपना निवेश बनाए रखना चाहिए. ये सेगमेंट आगे काफी बेहतर करेंगे.